जोशीमठ में दोपहर को मौसम बदला और हल्की बारिश शुरू हो गई। वहीं, होटल माउंट व्यू और मलारी इन के ध्वस्तीकरण का काम जारी है। जोशीमठ मे ढाई घंटे विद्युत आपूर्ति ठप रही। विभाग के अधिकारी का कहना है की बारिश के चलते बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई थी।
वहीं, भू-धंसाव के कारण लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस के पिछले हिस्से में एक आवासीय भवन के आंगन का पुश्ता ढह गया जिससे मकान को खतरा हो गया है। भूस्खलन की चपेट में आए मकान में पहले से ही चारों तरफ से दरारें पड़ी हैं, अब भूस्खलन होने से भवन को खतरा हो गया है। भवन स्वामी चंडी प्रसाद बहुगुणा ने बताया कि मंगलवार को घर में कोई नहीं था और सुबह अचानक आंगन का पुश्ता ढह गया। सीबीआरआई की टीम ने मकान पर असुरक्षित का स्टीकर भी चस्पा कर दिया है।
उधर, जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का आंदोलन भी नहीं थम रहा। आपदा प्रभावितों के लिए एचडीआरआई के पास उद्यान विभाग की भूमि पर केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रूड़की के सहयोग प्री-फेब्रीकेटेड भवनों को निर्माण शुरू कर दिया गया है।
वहीं, भू-धंसाव के कारण लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस के पिछले हिस्से में एक आवासीय भवन के आंगन का पुश्ता ढह गया जिससे मकान को खतरा हो गया है। भूस्खलन की चपेट में आए मकान में पहले से ही चारों तरफ से दरारें पड़ी हैं, अब भूस्खलन होने से भवन को खतरा हो गया है। भवन स्वामी चंडी प्रसाद बहुगुणा ने बताया कि मंगलवार को घर में कोई नहीं था और सुबह अचानक आंगन का पुश्ता ढह गया। सीबीआरआई की टीम ने मकान पर असुरक्षित का स्टीकर भी चस्पा कर दिया है।
उधर, जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का आंदोलन भी नहीं थम रहा। आपदा प्रभावितों के लिए एचडीआरआई के पास उद्यान विभाग की भूमि पर केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रूड़की के सहयोग प्री-फेब्रीकेटेड भवनों को निर्माण शुरू कर दिया गया है।
Joshimath Is Sinking: ..तो भराड़ीसैंण शिफ्ट किए जाएंगे लोेग, बदरीनाथ यात्रा को लेकर जानिए ये बड़ा अपडेट
सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया कि यहां वन बीएचके, टू बीएचके व थ्री बीएचके के मॉडल प्रोटोटाइप प्री-फ्रेब्रिकेटेड पांच भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा ढाक गांव में 10 हेक्टेयर भूमि पर मॉडल प्री-फेब्रीकेटेड घरों के निर्माण के लिए भूमि का चयन होने के बाद भूमि समतलीकरण बिजली, पानी, सीवर आदि की व्यवस्थाओं पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह एक निजी कंपनी की ओर से 100 वन बीएचके, टू बीएचके व थ्री बीएचके के मॉडल प्रोटोटाइप प्रीफ्रेब्रिकेटेड भवन बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कई दूसरी कंपनियों ने भी इसमें रूचि दिखाई है, जो अपने निजी खर्च पर ऐसे भवन बनाकर देना चाहती है। इनमें आगे की बातचीत की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक 15 भवन सीबीआरआई और 100 भवन एक निजी कंपनी की ओर से बनाए जाने हैं।