आईपीएल का 16वां सीजन शुक्रवार (31 मार्च) से शुरू हो रहा है। उद्घाटन मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स और गुजरात टाइटंस की टीमें आमने-सामने होंगी। टूर्नामेंट के 15 सीजन में मुंबई इंडियंस ने सर्वाधिक पांच खिताब जीते हैं। वहीं, इस बार टूर्नामेंट में भाग ले रही दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को अभी तक ट्रॉफी उठाने का मौका नहीं मिला है। लखनऊ सुपर जाएंट्स का यह दूसरा ही सीजन होगा। उसने पिछले साल प्लेऑफ में तो जगह बनाई थी, लेकिन खिताब से टीम दूर रह गई थी। आइए जानते हैं आईपीएल की 10 में से पांच टीमों की मजबूती और कमजोरी...
दिल्ली कैपिटल्स
यह टीम अभी तक आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीती है और इस बार खिताब जीतने की पूरी कोशिश करेगी। टीम के कोच रिकी पोंटिंग हैं जो अपनी ऑस्ट्रेलियाई टीम को कई बार विश्व विजेता बना चुके हैं।
मजबूती : टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों मजबूत हैं। टीम के पास सलामी जोड़ी के तौर पर डेविड वॉर्नर और मिचेल मार्श हैं जो किसी भी गेंदबाजी की धुनाई कर सकते हैं। गेंदबाजी में तेज गेंदबाज एनरिच नोर्त्जे और स्पिनर कुलदीप यादव किसी भी बल्लेबाज को आसानी से जमने नहीं देते हैं।
कमजोरी : चोटिल ऋषभ पंत इस सत्र में नहीं खेल रहे हैं और उनकी जगह वॉर्नर कप्तानी करेंगे। पंत की जगह को भरना दिल्ली के लिए मुश्किल है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज खान उनकी जगह खेल सकते हैं।
एक्स फैक्टर : मिचेल मार्श जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं। भारत के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई वनडे सीरीज में उन्होंने तेजतर्रार पारियां खेली थी। टीम को शानदार शुरुआत दिलाने का जिम्मा मार्श के कंधों पर रहेगा।
कोलकाता नाइटराइडर्स
नौ साल से इस टीम को अपनी आईपीएल ट्रॉफी का इंतजार है। कोलकाता ने पिछली बार 2014 में यह खिताब जीता था। वैसे यह टीम दो बार यह ट्रॉफी जीत चुकी है।
मजबूती : टीम के पास आंद्रे रसेल, शाकिब अल हसन, सुनील नरेन जैसे अच्छे ऑलराउंडर हैं जो टीम को मजबूती प्रदान करते हैं। इसके अलावा गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती, लॉकी फर्ग्यूसन और टिम साउदी जैसे गेंदबाज हैं जिनके खिलाफ रन बनाना आसान नहीं रहता है।
कमजोरी : श्रेयस अय्यर चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं और उनकी जगह नीतीश राणा टीम की कप्तानी करेंगे। राणा के ऊपर कप्तानी के साथ बल्ले से भी टीम के लिए प्रदर्शन करने का भार रहेगा। इसके अलावा इस टीम की बल्लेबाजी में निरंतरता का अभाव है।
एक्स फैक्टर : डेविड वीसे मध्यम गति के तेज गेंदबाज और आक्रामक बल्लेबाज हैं। वह नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के लिए खेल चुके हैं। इसके अलावा कई विदेशी लीगों में वह खेलते हैं और अहम मौकों पर टीम को जीत दिलाते हैं। कोलकाता उनसे अच्छे प्रदर्शन की आस कर रहा होगा।
पंजाब किंग्स
कप्तान शिखर धवन की अगुवाई में टीम अपना पहला खिताब जीतना चाहेगी। पिछले चार सत्रों में टीम छठे स्थान से ऊपर नहीं पहुंच पाई है। टीम एक बार फिर नए अवतार में नजर आएगी। 2021 में केएल राहुल टीम के कप्तान थे तो 2022 में मयंक अग्रवाल। इस बार शिखर धवन के हाथ में कमान है।
मजबूती : सलामी बल्लेबाज धवन, भानुका राजपक्षे, लियाम लिविंगस्टोन जैसे बल्लेबाज टीम को मजबूती प्रदान करते हैं। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह अपने प्रतिभा की झलक दिखा चुके हैं। उनके खिलाफ रन बनाना आसान नहीं रहता। कैगिसो रबादा भी शुरुआती विकेट निकालने के लिए जाने जाते हैं।
कमजोरी : टीम के पास ज्यादा विदेशी खिलाड़ी नहीं हैं जो उनका नुकसान कर सकता है। टीम को अच्छे फिनिशर की भी कमी खल सकती है।
एक्स फैक्टर : इंग्लिश ऑलराउंडर सैम करन टीम के एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं। वह अपनी पुरानी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को गेंदबाजी से लेकर बल्लेबाजी में टीम को मैच जीता चुके हैं।
रॉयल चैलेंसर्ज बैंगलोर
टीम को अपने पहले खिताब की तलाश है। टीम ने कोहली की जगह फाफ डुप्लेसिस को कप्तान बनाया लेकिन ट्रॉफी तब भी हासिल नहीं हुई।
मजबूती : कागजों में यह टीम काफी मजबूत है। बल्लेबाजी में टीम के पास टी-20 क्रिकेट के मजबूत खिलाड़ी शामिल हैं। फाफ डुप्लेसिस, क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स, विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक शामिल हैं जो किसी भी गेंदबाजी इकाई की धुनाई करने का दमखम रखते हैं। तेज गेंदबाज हर्षल पटेल, मोहम्मद सिराज टीम के अहम गेंदबाज हैं।
कमजोरी : फाफ डुप्लेसिस पर टीम को खिताब दिलाने का जिम्मा तो रहेगा ही साथ ही बल्लेबाजी में भी शानदार करना होगा। टीम की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी है जिसका उसे नुकसान उठाना पड़ सकता है। रजत पाटीदार के चोटिल होने से भी टीम को झटका लगा है।
एक्स फैक्टर : श्रीलंकाई ऑलरांउडर वानिंदु हसरंगा कभी भी मैच का रुख बदल सकते हैं। उनकी स्पिन गेंदबाजी और आक्रामक बल्लेबाजी ने सभी टीमों के लिए सिरदर्दी बना रखी है।