इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने पहले टी-20 इंटरनेशनल में टीम इंडिया के रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव के सामने घुटने टेक दिए। ओल्ड ट्रैफोर्ड में खेले गए पहले टी-20 में चाइनामैन कुलदीप यादव ने अपनी गुगली और अन्य मिश्रणों से इंग्लैंड को खूब परेशान किया और करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 24 रन देकर पांच विकेट झटके थे। यादव ने एक ही ओवर में तीन विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी थी।
कुलदीप के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज पूरी तरह बेबस नजर आए। इसी को ध्यान में रखते हुए इंग्लैंड की टीम अब 'मर्लिन' की मदद लेने जा रही है ताकि कुलदीप की मिस्ट्री को समझकर उनका डटकर मुकाबला कर सके। अगली स्लाइड में जानिए क्या है मर्लिन:
मर्लिन एक बॉलिंग मशीन है। इंग्लैंड ने 2005 एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न से निपटने के लिए इस गेंदबाजी मशीन का उपयोग किया था। इंग्लैंड के ओपनर जोस बटलर ने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा, 'हम मर्लिन की मदद से कुलदीप की गुत्थी सुलझाने की कोशिश करेंगे। यह बहुत ही अच्छी मशीन है और हम इसके उपयोग के आदि हैं। यह पहला मौका था जब कुछ खिलाड़ियों ने कुलदीप का सामना किया। उन्हें कुलदीप से निपटने के लिए एक या दो मैचों की जरूरत लगेगी। फिर वह अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।'
बटलर ने आगे कहा, 'यह समझने पर है कि आप निराश न हो। स्पिन के साथ कुछ भी तुरंत हो सकता है। आप कुछ गेंदों का सामना करने के बावजूद खाता नहीं खोल पाते हैं। मगर इससे आपको परेशान नहीं होना चाहिए। आपको उम्मीद रखना चाहिए कि आगे अधिक रन बना सके।'
याद हो कि 2016-17 में जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत का दौरा किया था। तब कुलदीप का सामना करने के लिए कंगारू टीम ने दिल्ली डेयरडेविल्स के चाइनामैन कारापाक कुजिल जियस की सेवाएं ली थी। हालांकि, इसका कोई असर कंगारू टीम पर नहीं पड़ा था क्योंकि कुलदीप ने चार मैचों में कोलकाता में ली एक हैट्रिक की मदद से कुल सात विकेट चटकाए थे।