पंजाब के होशियारपुर जिले में छह साल का बच्चा 300 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया। सेना व राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम घटनास्थल पर पहुंच और बच्चे को बाहर निकाला मगर उसकी जान नहीं बच सकी। बच्चे की मौत की खबर से पूरे गांव में कोहराम मच गया। घटना कस्बा बेरमपुर ख्याला की है। बच्चे का परिवार मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला है। बोरवेल की पाइप जमीन से तीन फुट ऊपर निकली है। एक आवारा कुत्ते ने बच्चे को खदेड़ा तो वह बोरवेल के पाइप पर चढ़ा गया। पाइप के मुहाने पर बोरी बंधी थी लेकिन बच्चा बोरी समेत मुंह के बल अंदर चला गया। बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना से हड़कंप मच गया था। ग्रामीण बचाने के लिए दौड़े।
काफी जद्दोजहद के बावजूद ग्रामीण सफल नहीं हो सके। वहीं सेना और एनडीआरएफ को भी मामले की सूचना दी गई। मौके पर डॉक्टरों की टीम भी पहुंची। घटनास्थल पर बाबा दीप सिंह सेवादल एवं वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान मनजोत सिंह तलवंडी अपनी पूरी टीम के साथ ऑक्सीजन के सिलिंडर लेकर पहुंचे और बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाई भी पहुंचाई लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले शेखूपुरा खास निवासी राजिंद्र कुमार अपने गांव में हैं। जबकि उनकी पत्नी होशियारपुर में अपने परिवार समेत गांव बेरमपुर ख्याला में खेतों में काम कर रही थीं और उनके बच्चे वहीं खेल रहे थे। इस दौरान एक आवारा कुत्ता राजिंद्र सिंह के छह वर्षीय बेटे रितिक रोशन के पीछे भागा तो कुत्ते से बचने के लिए वह बोरवेल की पाइप पर चढ़ गया लेकिन कुत्ते के काटने के डर से बच्चा संभल नहीं पाया और वह बोरवेल के अंदर मुंह के बल गिर गया।
हादसे की सूचना रितिक रोशन के माता-पिता को दी और देखते ही देखते बच्चे के बोरवेल में गिरने की खबर गांव बेरमपुर ख्याला के अलावा आसपास गांव तक पहुंची तो लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुटने लगी। हर एक कोई बचाने के लिए अपने तौर पर प्रयास करने लगा। लोग इस बच्चे की सलामती के लिए भगवान से अरदास कर रहे थे। गांव ख्याला के सतवीर सिंह के खेत में बोरवेल की मोटर कुछ दिन पहले खराब हो गई थी जिस को ठीक करने के लिए एक दिन पहले ही बोरवेल से मोटर को निकाला गया था।
बोरवेल के मुहाने को बोरी से बांधा गया था लेकिन जब बच्चा कुत्ते से बचने के लिए बोरवेल की पाइप पर चढ़ा तो उसके वजन से बोरी सरक गई और बच्चा इसमें मुंह के बल जा गिरा। जब गांव वासियों ने बच्चे को निकालने के लिए रस्से को बोरवेल की पाइप में डाला तो रस्सा 100 फुट पर जाकर अटक गया। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चा 100 फुट की गहराई में ही फंसा था। एनडीआरएफ के जवानों ने आठ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को बाहर निकाला लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई।