दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं, जो रहस्यों से भरी हुई हैं। कई बार तो इन रहस्यों पर यकीन करना भी मुश्किल हो जाता है। हालांकि इन रहस्यों को सुलझाने को सुलझाने के लिए कोशिशें लगातार जारी हैं। लेकिन अभी तक कोई परिणाम नहीं मिला है। इन जगहों को लेकर वैज्ञानिक लगातार जांच-पड़ताल कर रहे हैं और निष्कर्ष तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। आप भी इन जगहों के बारे में जानकर जरूर हैरान हो जाएंगे और सोचने के लिए मजबूर हो जाएंगे कि आखिर ऐसे कैसे हो सकता है।
सांपों वाला द्वीप
इलाहा दा क्यूइमादा एक ऐसा द्वीप है, जहां सांपों का शासन है। यह द्वीप ब्राजील में स्थित है। इस द्वीप से जुड़े रहस्य के बारे में आज तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इलाहा दा क्यूइमादा को सांपों वाला द्वीप के नाम से जाना जाता है। इस द्वीप पर गोल्डन लांसहेड वाइपर जैसे विषैले सांपों का घर है। इलाहा दा क्यूइमादा द्वीप पर ब्राजील की नौसेना ने सभी नागरिकों को आने पर प्रतिबंध किया है। साओ पाउलो से महज 20 मील की दूरी पर यह द्वीप स्थित है। यहां प्रति तीन फीट की दूरी पर एक से पांच सांप आसानी से मिल जाएंगे।
अंडमान का सेंटिनल द्वीप
वैसे तो भारतीय नागरिकों को पूरे देश भर में कहीं भी आने जाने पर आजादी है। लेकिन सेंटिनल द्वीप सबको जाने से मनाही है। सेंटिनल द्वीप पर खतरनाक आदिवासी रहते हैं, जिनका दुनिया में किसी से भी संपर्क नहीं है। ये लोग ना तो स्वयं इस द्वीप से बाहर आते हैं और न ही किसी बाहरी व्यक्ति को यहां आने देते हैं। इसके पीछे क्या कारण है, यह भी आज तक पता नहीं चल पाया है। यहां जाना लोगों के लिए बहुत जानलेवा होता है।
इथोपिया का दनाकिल रेगिस्तान
यह आम तौर पर कहा जाता है कि दनाकिल रेगिस्तान की गर्मी धरती पर नर्क की आग का अहसास कराती है। दुनिया में जहां कुछ महीनों के अंतराल में मौसम बदलता है, कभी सर्दी होती है तो कभी गर्मी, लेकिन इस जगह पर पूरे साल न्यूनतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहता है। कभी-कभी तो पारा 145 डिग्री सेल्सियस भी हो जाता है। आग उगलने के कारण इस जगह को 'क्रुअलेस्ट प्लेस ऑन अर्थ' भी कहा जाता है, जिस कारण यहां के तालाबों का पानी हर वक्त उबलता रहता है। नेशनल जियोग्राफिक ने इसे 'पृथ्वी पर सबसे क्रूर जगह' कहा है। यहां 62,000 मील से अधिक क्षेत्र में रेगिस्तान फैला है। ऐसे में यहां रह पाना भी नामुमकिन ही है।
अमेरिका की डेथ वैली
इस जगह की सबसे बड़ी समस्या ये है कि यहां का तापमान हमेशा 130 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। यहां पड़ने वाली गर्मी से किसी की भी जान जा सकती है। साल 1913 में यहां 134.06 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड तापमान मापा गया था। यहां पानी के निशान तक नहीं हैं। वहीं अगर कहीं पानी मिल भी जाए तो वह खारा होता है। इसे दुनिया की सबसे गर्म जगह के रूप में माना जाता है, जहां किसी का भी रह पाना नामुमकिन है।