अगर आप यात्रा के लिए राष्ट्रीय राजमार्गो या एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं तो अब आपको अपनी जेब कुछ ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर अगले महीने से गाड़ी चलाना और महंगा हो जाएगा। कल यानी 1 अप्रैल से ऐसी कई सड़कों पर टोल टैक्स बढ़ाने की तैयारी है। National Highways Authority of India (NHAI), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एचएचएआई) के मुताबिक, पूरे भारत में टोल शुल्क में सात प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की जा रही है, जिससे सड़क मार्ग से यात्रा करना थोड़ा महंगा हो जाएगा। 2022 में टोल टैक्स की सीमा 10 से 15 फीसदी के बीच बढ़ाई गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब छोटी दूरी के लिए 10 फीसदी अतिरिक्त किराया देना होगा। एनएचएआई ने कहा कि हाल के दिनों में एक्सप्रेसवे और राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए टोल टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया गया है। टोल शुल्क में बढ़ोतरी, जो 3.5 प्रतिशत से 7 प्रतिशत के बीच है, इस पर आधारित है कि किस मार्ग पर ज्यादा ट्रैफिक देखा जा रहा है।
एनएचएआई ने कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली में सराय काले खां से मेरठ के बीच के खंड में चार पहिया वाहनों की संख्या ज्यादा है। एक्सप्रेसवे पर इस सेक्शन के लिए टोल शुल्क में पांच रुपये की बढ़ोतरी होगी। इसी तरह दिल्ली से हापुड़ के बीच गाड़ी चलाने पर टोल टैक्स में 6.45 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।
वहीं, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर टोल शुल्क में ज्यादा बढ़ोतरी की जाएगी। कुंडली, गाजियाबाद और पलवल को जोड़ने वाले 135 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे पर टोल शुल्क 5 से 7 प्रतिशत के बीच बढ़ जाएगा।
एनएचएआई दिल्ली से जयपुर, दिल्ली से हिसार, दिल्ली से आगरा, दिल्ली से बुलंदशहर और दिल्ली से चंडीगढ़ को जोड़ने वाले राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर भी टोल दरों में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी करेगा। नई टोल दरों के अनुसार, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे पर अब न्यूनतम टोल शुल्क 95 रुपये लगेगा।