साल 2019 बिक्री के मामले में मारुति सुजुकी के लिए काफी निराशाजनक था। आखिरी कुछ महीनों को छोड़ दिया जाए तो साल भर कंपनी की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, साल 2020 में भी कंपनी की बिक्री में कई महीने गिरावट देखी गई। जबकि, कोरोना वायरस के कारण अप्रैल में कंपनी की एक भी कार नहीं बिकी। हालांकि, मई में मारुति की 13702 यूनिट्स और जून में 51274 यूनिट्स की बिक्री हुई। ऐसे में कोरोना के कारण जहां सभी कंपनियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है वहीं, मारुति के लिए यह एक बेहतर मौका साबित हो सकता है। कैसे? आगे की स्लाइड में पढ़िए।
कोरोना का डर बदल सकता है ट्रेंड
वित्तवर्ष 2020 में मारुति सुजुकी की हैचबैक सेगमेंट की मांग में गिरावट देखी गई। इसका नतीजा यह रहा कि भारतीय बाजार में 60 फीसदी शेयर पर काबिज हैचबैक सेगमेंट गिरकर 47 फीसदी शेयर पर आ गया। वहीं, इस दौरान एसयूवी की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई। लेकिन अब माना जा रहा है कि कोविड-19 के कारण तेजी से ट्रेंड बदलने वाला है। कोरोना काल में जरूरतों को देखते हुए ग्राहकों के बीच हैचबैक की मांग बढ़ने लगी है।
पांच सालों में मारुति की किस सेगमेंट में हुई सबसे ज्यादा बिक्री
वित्तवर्ष 2016
- एंट्री लेवल कॉम्पेक्ट कार: कुल बाजार का 75.4 फीसदी
- प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार: 42.5 फीसदी
- एंट्री लेवल सिडान: 52.8 फीसदी
- प्रीमियम सिडान: 28.1 फीसदी
वित्तवर्ष 2017
- एंट्री लेवल कॉम्पेक्ट कार: कुल बाजार का 66.0 फीसदी
- प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार: 46.5 फीसदी
- एंट्री लेवल सिडान: 49.5 फीसदी
- प्रीमियम सिडान: 37.1 फीसदी
वित्तवर्ष 2018
- एंट्री लेवल कॉम्पेक्ट कार: कुल बाजार का 70.4 फीसदी
- प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार: 52.5 फीसदी
- एंट्री लेवल सिडान: 58.2 फीसदी
- प्रीमियम सिडान: 31.8 फीसदी
वित्तवर्ष 2019
- एंट्री लेवल कॉम्पेक्ट कार: कुल बाजार का 71.5 फीसदी
- प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार: 56.8 फीसदी
- एंट्री लेवल सिडान: 55.0 फीसदी
- प्रीमियम सिडान: 27.6 फीसदी
वित्तवर्ष 2020
- एंट्री लेवल कॉम्पेक्ट कार: कुल बाजार का 78.7 फीसदी
- प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार: 57.6 फीसदी
- एंट्री लेवल सिडान: 59.3 फीसदी
- प्रीमियम सिडान: 26.8 फीसदी
आंकड़ों को सोर्स: SIAM, CLSA
लोगों में बढ़ी हैचबैक की मांग
लॉकडाउन से अब तक मारुति की हैचबैक को लेकर पूछताछ और ऑर्डर में करीब 10 फीसदी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। इस वित्तवर्ष की बात करें तो एंट्री लेवल कॉम्पेक्ट कार सेगमेंट में कुल बाजार का 79 फीसदी शेयर मारुति के पास है, जबकि, प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार सेगमेंट में यह शेयर 57.6 फीसदी है। इन दोनों ही सेगमेंट को जोड़ दिया जाए, तो देश में कुल बिकने वाली कारों में यह दो तिहाई से भी ज्यादा है। ऐसे में आने वाले समय में कंपनी बिक्री के मामले में शानदार प्रदर्शन कर सकती है।
डीजल और BS6 इंजन करेंगे मदद
मारुति ने अपनी सभी कारों को BS6 इंजन से लैस कर दिया है। वहीं, डीजल की गाड़ियों में बढ़ती कीमतें और डीजल के भाव मारुति की हैचबैक सेगमेंट में काफी मदद कर सकते हैं। बता दें कि मारुति ने डीजल की कारों को बनाना बंद कर दिया है।