सभी नौ ग्रहों में शनि सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। शनि जब भी अपनी राशि बदलते हैं या वक्री और मार्गी होते हैं तब इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है। शनि 29 सितंबर से मार्गी हो गए हैं। इसके पहले शनि मकर राशि में वक्री होकर चल रहे थे। ज्योतिष में ग्रहों का वक्री या मार्गी होने का मतलब ग्रह सीधी चाल से चलते हैं या उल्टी चाल से। जब कोई ग्रह किसी राशि में रहते हुए सीधी चाल से चलता है तो उसे मार्गी कहते हैं। वहीं जब ग्रह उल्टी दिशा में चलते है तो उसे वक्री कहते हैं।
अब शनिदेव हो गए हैं मार्गी, जानिए किन राशियों के आएंगे अच्छे दिन, सभी पर इनका प्रभाव
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