Shani Grah Ast in Kumbh Rashi 2023: वैदिक ज्योतिष में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। सभी नौ ग्रहों में शनिदेव की गति सबसे धीमी है। ज्योतिष के मुताबिक कुंडली में शनि की मजबूत स्थिति होने पर जातकों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। 30 जनवरी को शनिदेव कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 30 जनवरी 2023 को रात्रि 12 बजकर 02 मिनट पर शनि ग्रह कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे। शनि की ये स्थिति पूरे 33 दिनों तक रहेगी। यानी 06 मार्च रात्रि 11 बजकर 36 मिनट तक शनि अस्त रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि अस्त होने के साथ-साथ नक्षत्र भ्रमण करेंगे। शनि देव फिलहाल धनिष्ठा नक्षत्र में हैं लेकिन इसके बाद शनि शतभिषा नक्षत्र में भ्रमण करने जा रहे हैं। शतभिषा नक्षत्र राहु के प्रभाव वाला नक्षत्र माना जाता है। ऐसे में लोगों को समस्याएं आने की संभावना है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है। जिन राशियों पर शनि की साढ़े साती और ढैय्या चल रही हैं, उन्हें खासतौर से सावधान रहने की जरूरत है। शनि के अस्त होने के अशुभ प्रभाव सबसे ज्यादा इन 4 राशि वालों पर देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो चार राशियां।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शनि दसवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है। और अब यह अपनी राशि कुंभ में आय, आर्थिक लाभ और इच्छा के एकादश भाव में अस्त हो रहा है। मेष राशि के जातकों को शनि अस्त के दौरान कुंभ राशि में कुछ छिपे हुए शत्रुओं या अनिश्चितताओं के कारण आपको अपने पेशेवर जीवन में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जैसे पदोन्नति में रुकावट आ सकती है या आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान आपको काफी सचेत रहने की आवश्यकता है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि अष्टम और नवम भाव का स्वामी है और अब कुम्भ राशि में नवम भाव में अस्त हो रहा है जो कि धर्म, पितृ, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थयात्रा और भाग्य का भाव है। इसलिए मिथुन राशि के जातक अपने पिता, पिता समान, गुरु और गुरु के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। लापरवाही हानिकारक साबित हो सकती है। कुंभ राशि में शनि अस्त के दौरान, अचानक समस्याएं आपको परेशान करती रहेंगी। यह आपके प्रयासों और कड़ी मेहनत के लिए एक परीक्षा का समय है इसलिए मिथुन राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि आप अपने प्रयास और कड़ी मेहनत के अनुरूप रहें तभी आप सभी समस्याओं को दूर करने में सक्षम होंगे।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शनि एक योगकारक ग्रह है जिसका चतुर्थ और पंचम भाव का स्वामी है। और अब पंचम भाव में शनि का गोचर हो रहा है जो शिक्षा, प्रेम संबंध, संतान का प्रतिनिधित्व करता है । जो लोग शेयर बाजार की गतिविधियों से जुड़े हैं, उनके लिए कठिन समय आने की संभावना है। आप अपने बच्चों के बारे में अधिक चिंतित रहेंगे, उनके स्वास्थ्य या व्यवहार के मुद्दे आपको परेशान कर सकते हैं। वहीं तुला राशि की गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की सलाह दी जाती है। आपको सलाह दी जाती है कि आप पार्टी करने और सामाजिक मेलजोल में अति न करें क्योंकि यह आपके लिए तनाव और नकारात्मक ऊर्जा लाता है ।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शनि एकादश और बारहवें भाव का स्वामी है और बारहवें भाव में अस्त हो जाएगा। इसके अलावा, आप कानूनी लंबित कार्यों में शामिल हो सकते हैं। आर्थिक मामलों में देखें तो आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। किसी भी चीज़ पर ख़र्च करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार कर लें। मीन राशि के जातक जो ऋण लेने की योजना बना रहे हैं, उन्हें कुंभ राशि में शनि अस्त के दौरान इससे बचना चाहिए। आपके जीवन में चल रहे सभी तनावों के कारण व्यावसायिक यात्राओं की योजना स्थगित हो सकती हैं। आप अपने मन और शरीर को शांत करने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास शुरू करें।