ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले चंद्रपुत्र बुध मकर राशि की यात्रा समाप्त करके 25 जनवरी की शाम 4 बजकर 53 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ये 30 जनवरी की रात्रि 9 बजकर 18 मिनट पर वक्री होकर 4 फरवरी की रात्रि 10 बजकर 38 मिनट पर पुनः मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी राशि पर गोचर करते हुए बुध 21 फरवरी की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर मार्गी होंगे। मार्गी अवस्था में ही गोचर करते हुए ये 11मार्च को पुनः कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे और 1अप्रैल की मध्यरात्रि 12 बजकर 40 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध मीन राशि में नीच राशि तथा कन्या राशि में उच्च राशिगत होते हैं। इनके राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका विश्लेषण करते हैं।