ईरान ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अमेरिका सैन्य कार्रवाई करेगा तो उसके जवाब में सैन्य कार्रवाई की जाएगी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने कहा कि क्षेत्र में अमेरिकी बेस हमारी मिसाइलों के निशाने पर होंगे। ईरानी सेना के वरिष्ठ कमांडर का यह बयान अमेरिकी अधिकारी के उस बयान के जवाब में आया है जिसमें कहा गया था कि ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए वाशिंगटन सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार है।
तेहरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम का राजनयिक हल निकालने के मकसद से बगदाद में 23 और 24 मई को दुनिया की बड़ी ताकतों ने वार्ता की। दूसरे राउंड की वार्ता में 18 और 19 जून को मास्को में बड़ी ताकते जुटेंगी। ईरानी मिसाइलों की रेंज में अपने बेस आने की बात से अमेरिकी अधिकारी अवगत हैं, यह बात प्रेस टीवी से ब्रिगेडियर जनरल याह्या रहीम साफवी ने की। साफवी ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातोल्लाह खमैनी के सैन्य सलाहकार हैं और वर्ष 2007 तक वह ताकतवर रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स के कमांडर इन चीफ थे।
साफवी ने कहा कि इस्राइल के हर हिस्से पर उनकी मिसाइलें हमला करने में सक्षम हैं, हालांकि उन्होंने अमेरिका के मौजूदा आर्थिक संकट के चलते देश पर किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई की संभावना से इंकार किया। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान के सैन्य अधिकारी इस तरह की उग्र बयानबाजी इस लिए करते हैं जिससे वे पश्चिम को अमेरिका और इस्राइल की सैन्य कार्रवाई की स्थिति में संभावित तेल संकट का भी संदेश दे सकें। गौरतलब है कि तेहरान इससे पहले होरमुज जलडमरू मध्य बंद करने की भी धमकी दे चुका है। पिछले महीने इस्राइल में अमेरिकी राजदूत डान शापिरो ने कहा था कि ईरान पर संभावित सैन्य कार्रवाई की योजना तैयार है।