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भारत से मजबूत रिश्ते चाहता है अमेरिका
वाशिंगटन/एजेंसी
Updated Sat, 02 Jun 2012 12:00 PM IST
अमेरिका ने भारत के साथ अपने रिश्तों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का फैसला किया है। दोनों देशों के बीच इस महीने रक्षा, व्यापार व शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए होने वाले उच्चस्तरीय शिष्टमंडलों की आवाजाही को देखते हुए यह बात स्पष्ट होती है।
रक्षा मंत्री लियोन पनेटा दोनों देशों के बीच सैन्य संबंध को और मजबूत करने के लिए अगले सप्ताह दो दिनों की यात्रा पर नई दिल्ली आएंगे। जून के अंत तक वित्त मंत्री टिमोथी गेइथनर आर्थिक एवं व्यापार मामलों पर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से बात करने के लिए भारत आने वाले हैं।
वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भारत के मंत्रियों के साथ कम से कम तीन शीर्ष बैठकों/ सम्मेलन में सह अध्यक्षता करने का फैसला किया है, जिसमें वाशिंगटन में 13 जून को विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के साथ तीसरे दौर की वार्ता शामिल है।
भारतीय शिष्टमंडल में चार कैबिनेट मंत्री और दो कैबिनेट स्तर के अधिकारी शामिल होंगे। दरअसल 13 जून के आसपास जितने समारोह होने हैं उसके हिसाब से वाशिंगटन में इसे भारत सप्ताह का नाम दिया जा रहा है।
भारत-अमेरिका संबंध
मार्च, 2010: दोनों देशों के बीच परमाणु समझौते के तहत यूरेनियम के पुनर्चक्रण का समझौता
नवंबर, 2010: ओबामा के भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच विमानन, ऊर्जा, शिक्षा, मेडिकल समेत अन्य क्षेत्र में 10 बिलियन (लगभग 44,000 करोड़ रुपए) के साझा व्यापार से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए
जनवरी, 2011: अमेरिका ने इसरो और डीआरडीओ समेत नौ भारतीय कंपनियों पर लगे प्रतिबंधों को हटाए।
मई, 2012: भारत यात्रा पर आईं अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पाक आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के मुखिया हाफिज सईद को मुंबई आतंकी हमले (26/11) का मुख्य षड्यंत्रकारी करार दिया
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ओबामा के साथ भारतीय
मई 2012 में लेक फिचर्स पार्टनर्स और एपीआईएवोट द्वारा किए गए साझा सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 85 प्रतिशत भारतीय-अमेरिकियों ने ओबामा का उनके दूसरे कार्यकाल के लिए समर्थन किया
भारतवंशियों का वर्चस्व
>भारतीय मूल के 27 लाख लोग अमेरिकी नागरिक
>अमेरिकी सेंसस ब्यूरो के अनुसार 2010 में एक भारतवंशी परिवार की आय 61,322 डॉलर थी, जबकि औसत राष्ट्रीय आय 41994 डॉलर थी।
>5 हजार से ज्यादा भारतीय अमेरिकी उच्च शिक्षण संस्थानों में फैकल्टी मेंबर
>तेजी से भारतीय अमेरिकी वहां की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं
>राष्ट्रपति ओबामा की टीम में कई एनआरआई अहम पदों पर आसीन
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