अगर आपको पता चले कि आप जो पानी पी रहे हैं वह आपको कैंसर का मरीज बना रहा है तो आप पर क्या गुजरेगी। इसी प्रकार की स्थिति का सामना कर रहे हैं। पंजाब के कई गांवों के लोग। पिछले कुछ वर्षों में पंजाब के मालवा, भटिंडा, मुक्तसर, मनसा, फिरोजपुर, मोगा, बरनाला, फरीदकोट और संगरूर गांवों में कैंसर ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है।
कुछ समय पहले तक ऐसा माना जा रहा था कि खेतों में काफी मात्रा में कीटनाशक और यूरिया का इस्तेमाल करने से पानी कैंसर की कारण बन रहा है। लेकिन एक रिसर्च से यह खुलासा हुआ कि इस इलाके में पानी में यूरेनियम मिला है। इसकी वजह से लोग सिर, फेफड़ों, हड्डियों और आतों के कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं।
पंजाब की तरह पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भी कैंसर के काफी मरीज हैं। इसका कारण भी दूषित जल है। पश्चिम बंगाल के कई गांवों में पीने के पानी में प्रति लीटर 3.20 मि.ग्रा. आर्सेनिक पाया गया है, जो सरकार द्वारा निर्धारित मानक से 64 गुणा अधिक है। यह एक विषैला तत्व है जो कैंसर उत्पन्न करता है।
अगर आपको पता चले कि आप जो पानी पी रहे हैं वह आपको कैंसर का मरीज बना रहा है तो आप पर क्या गुजरेगी। इसी प्रकार की स्थिति का सामना कर रहे हैं। पंजाब के कई गांवों के लोग। पिछले कुछ वर्षों में पंजाब के मालवा, भटिंडा, मुक्तसर, मनसा, फिरोजपुर, मोगा, बरनाला, फरीदकोट और संगरूर गांवों में कैंसर ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है।
कुछ समय पहले तक ऐसा माना जा रहा था कि खेतों में काफी मात्रा में कीटनाशक और यूरिया का इस्तेमाल करने से पानी कैंसर की कारण बन रहा है। लेकिन एक रिसर्च से यह खुलासा हुआ कि इस इलाके में पानी में यूरेनियम मिला है। इसकी वजह से लोग सिर, फेफड़ों, हड्डियों और आतों के कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं।
पंजाब की तरह पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भी कैंसर के काफी मरीज हैं। इसका कारण भी दूषित जल है। पश्चिम बंगाल के कई गांवों में पीने के पानी में प्रति लीटर 3.20 मि.ग्रा. आर्सेनिक पाया गया है, जो सरकार द्वारा निर्धारित मानक से 64 गुणा अधिक है। यह एक विषैला तत्व है जो कैंसर उत्पन्न करता है।