छाछ अर्थात मट्ठा हीट स्ट्रोक में राम बाण है। यूं भी दही लगभग हर घर में होता ही है। आपको करना ये है कि दही को बिलो कर मट्ठा बना ले और उसमें नमक मिलाकर कर समय समय पर पीते रहे। इससे शरीर में ऊर्जा की कमी भी नहीं होगी और निर्जलीकरण की समस्या भी नहीं होगी। छाछ हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए सबसे सफल प्राकृतिक घरेलू उपचारों में से एक है।
शिकंजी से करें दोस्ती
इसके अलावा ओआरएस का घोल या नमक और चीनी मिला पानी पीते रहें। यह इसलिए जरूरी है ताकि शरीर में जरूरी खनिजों की पूर्ति होती रहे। शिकंजी इस समय बेहतर विकल्प है। लेकिन तभी जब वो घर के स्वच्छ पानी और नींबू से बनी हो। रेहड़ी पर मिलने वाली शिकंजी और जूस आपको आफत में ला सकते हैं। इसलिए इनसे तौबा करें और घर में बने तरल को ही प्राथमिकता दें।
छाछ अर्थात मट्ठा हीट स्ट्रोक में राम बाण है। यूं भी दही लगभग हर घर में होता ही है। आपको करना ये है कि दही को बिलो कर मट्ठा बना ले और उसमें नमक मिलाकर कर समय समय पर पीते रहे। इससे शरीर में ऊर्जा की कमी भी नहीं होगी और निर्जलीकरण की समस्या भी नहीं होगी। छाछ हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए सबसे सफल प्राकृतिक घरेलू उपचारों में से एक है।
शिकंजी से करें दोस्ती
इसके अलावा ओआरएस का घोल या नमक और चीनी मिला पानी पीते रहें। यह इसलिए जरूरी है ताकि शरीर में जरूरी खनिजों की पूर्ति होती रहे। शिकंजी इस समय बेहतर विकल्प है। लेकिन तभी जब वो घर के स्वच्छ पानी और नींबू से बनी हो। रेहड़ी पर मिलने वाली शिकंजी और जूस आपको आफत में ला सकते हैं। इसलिए इनसे तौबा करें और घर में बने तरल को ही प्राथमिकता दें।