टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे अधिक शतक तथा सबसे अधिक रन बनाने वाले महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर सोमवार को आधिकारिक तौर पर संसद के सदस्य बन गए। सचिन ने संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की।
शपथ ग्रहण करने के बाद सचिन ने कहा कि क्रिकेट करियर उनके लिए प्राथमिक बना रहेगा। क्रिकेट में अनेकों कीर्तिमान स्थापित कर चुके सचिन को 27 अप्रैल को संसद के उच्च सदन के लिए मनोनीत किया गया था।
इसके साथ ही सचिन पहले ऐसे सक्रिय खिलाड़ी बने, जिन्हें संसद की सदस्यता प्राप्त हुई। सचिन ने राज्यसभा अध्यक्ष हामिद अंसारी के कक्ष में शपथ ग्रहण की।
शपथ ग्रहण समारोह में सचिन के साथ उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर भी थीं। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री राजीव शुक्ला, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री वी. नारायणस्वामी व कुछ अन्य नेता भी मौजूद थे।
शपथ ग्रहण करने के बाद सचिन ने कहा कि क्रिकेट करियर उनके लिए प्राथमिक बना रहेगा। सचिन ने कहा, "मैं यहां अपने खेल की बदौलत पहुंचा हूं। मैं इस खेल पर से फिलहाल ध्यान नहीं हटा सकता। जब भी समय मिलेगा मैं राज्य सभा के सदस्य के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करूंगा।"
सचिन ने कहा कि सांसद के तौर पर वह क्रिकेट ही नहीं बल्कि दूसरे खेलों की बेहतरी के लिए भी काम करते रहेंगे। सचिन बोले, "मैं खेलों की दिशा में सुधार को लेकर बेहतर स्थिति में हूं। हमारे देश में क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों का स्तर सुधारना जरूरी है। यह मेरे लिए काफी मायने रखता है।"
"मुझे उस समय खुशी होगी, जब लोग मुझे मेरे आंकड़ों के लिए नहीं बल्कि इस देश में खेलों का स्तर सुधारने वाले व्यक्ति के तौर पर याद करेंगे। मेरे लिए यह शानदार उपलब्धि होगी।"
दिग्गज खिलाड़ियों ने शुभकामनाएं भेजी
विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने सचिन को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्यसभा सदस्य बनना दिग्गज क्रिकेटर की जिंदगी का अहम पड़ाव है। उम्मीद है कि वे इसका लुत्फ उठाएंगे।
वहीं टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि क्रिकेट के मैदान पर बेशुमार उपलब्धियां हासिल करने वाले सचिन राज्यसभा में भी अहम योगदान देंगे। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
यह एक संयोग है कि सचिन को भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की के साथ सदन में बैठने का अवसर मिलेगा। टिर्की बीजू जनता दल के सदस्य के रूप में राज्यसभा में आए हैं।