उत्तर प्रदेश में दुष्कर्म के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामले में नौकरी का झांसा देकर लुधियाना से अगवा की गई युवती के साथ दो दिन तक आरोपियों ने अपनी हवस का शिकार बनाया। आरोपियों के चंगुल से रिहा हुई युवती किसी तरह घर पहुंची और परिजनों के साथ पिता के दोस्त को घटना से अवगत कराया। पीड़ित परिजन युवती को लेकर फिरोजाबाद आए और घटनाक्रम से पुलिस को अवगत कराया।
लड़की के पिता के दोस्त इंद्रजीत पुत्र सरजी निवासी गुश्र नानकपुर थाना सिविल लाइन (लुधियाना) ने बताया कि हिना उनके घर के पास रहती है। हिना (18) (परिवर्तित नाम) माता-पिता की मौत के बाद अकेली ही रह रही थी। हिना के न कोई भाई है और न कोई बहन। वह लुधियाना की एक कंपनी में सर्विस करती है। इस कंपनी पर अंबाला का रहने वाला सुबोध का आना-जाना था। हिना ने सुबोध से नौकरी के लिए बात की।
नौकरी के नाम पर सुबोध ने हिना से कहा कि वह उसकी फिरोजाबाद में नौकरी लगवा देगा। यहां उसके रहने का भी इंतजाम हो जाएगा। इस पर हिना राजी हो गई और 15 मई को सुबोध कार से हिना को नौकरी दिलाने के लिए बुला लाया। रास्ते में सुबोध ने अपने बहनोई सुधीर को भी ले लिया। तीनों लोगों ने दिल्ली स्थित एक ढाबे पर खाना खाया और बाद में हिना ने पेय पदार्थ का सेवन किया। इसके बाद वह हिना बेहोश हो गई। हिना की जब आंख खुली तो वह एक कमरे में बंद थी। 17 मई को आरोपियों ने हिना को फिरोजाबाद बस स्टैंड पर छोड़ दिया और फरार हो गए।
किसी तरह से हिना लुधियाना पहुंची और अपने पिता के दोस्त को घटनाक्रम से अवगत कराया। जानकारी होते पर इंद्रजीत युवती को लेकर थाना दक्षिण पहुंच गए। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उसके साथ दो दिन तक रेप की घटना को अंजाम दिया है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक दक्षिण का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। युवती उस स्थान का पता नहीं बता पा रही, जहां पर उसको बंधक बनाने के साथ दुष्कर्म किया गया।