समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता शाहिद सिद्दीकी ने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के एक साथ होने का कोई परिणाम नहीं निकलेगा और दोनों इसलिए एक साथ हुए हैं क्योंकि उन्हें एक दूसरे की जरूरत है।
अन्ना एवं रामदेव के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय अनशन पर सिद्दीकी ने कहा कि भले ही रामदेव के पास धन है और उनसे मनोरंजन का भी एक कारक जुड़ा है, लेकिन उनकी कोई छवि नहीं है। अन्ना हजारे की अच्छी छवि है, लेकिन उनके समूह ने उनका साथ छोड़ दिया है। इसलिए दोनों एक दूसरे की सहायता कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इसकी आवश्यकता है।
कांग्रेस ने की आलोचना
कांग्रेस ने भी अन्ना एवं रामदेव के साथ-साथ अनशन पर बैठने की आलोचना की। कांग्रेस ने अन्ना की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आरोप लगाने के लिए भी खिंचाई की और कहा कि यह देश हित में नहीं है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री हरीश रावत ने कहा कि कार्यकर्ता भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के नाम पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
लोकतंत्र के हित में नही है पीएम पर हमला
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के नाम पर वे सभी संस्थाओं को नष्ट कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का पद लोकतांत्रिक संस्थाओं में सबसे ऊंचा है और इसपर हमला करना लोकतंत्र के हित में नहीं है। रामदेव ने अनशन के दौरान रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत ईमानदारी के साथ राजनीतिक ईमानदारी भी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह ईमानदार हैं, लेकिन देश उन्हें अलग से नहीं देख रहा।