मुलायम सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए खाद्यान्न घोटाले में सीबीआई ने तब के खाद्य व रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के पीआरओ राजीव कुमार यादव से पूछताछ की। दो चक्रों में दो दिन तक हुई पूछताछ में राजीव से सीबीआई को अनाज घोटाले और उसकी वसूली से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व जानकारी हासिल हुई है। इस जानकारी के आधार पर सीबीआई अब राजा भैया से पूछताछ की तैयारी कर रही है। राजा भैया फिलहाल कारागार मंत्री हैं।
राजीव कुमार यादव से सीबीआई ने दिल्ली में पूछताछ की। लखनऊ में पूछताछ में पीआरओ द्वारा अपनी जान को खतरा बताए जाने के बाद सीबीआई ने उन्हें दिल्ली मुख्यालय बुलाया था। पूछताछ में राजीव ने सीबीआई को न सिर्फ वे दस्तावेज मुहैया कराए जो उसने अदालत में दाखिल किए थे बल्कि इससे इतर भी कई अहम जानकारियां दीं। सूत्रों के अनुसार राजीव ने बताया है कि किस तरह अनाज आवंटित होने के बाद उसे बड़े ठेकेदारों व अधिकारियों की मिलीभगत से गोदाम पर पहुंचने से पहले और बाद में ब्लैक में बेचा गया।
सीबीआई के अफसरों का कहना है कि साक्ष्य हासिल होने के बाद किसी भी समय राजा भैया को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इसके लिए उन्हें नोटिस भेजा जाना है। राजीव ने सीबीआई को जो साक्ष्य मुहैया कराए हैं, उनमें एक डायरी भी है।
इसमें राजीव ने उस रकम के लेनदेन का हिसाब किया हुआ है, जो अनाज घोटाले में उसके पास आती थी और वह इस रकम को मंत्री की पत्नी के हवाले करता था। राजीव ने सीबीआई को यह भी बताया है कि वह पूर्व में भी सारे दस्तावेज पुलिस व गृह विभाग के अधिकारियों को दे चुका है और अदालत के पास भी यह दस्तावेज मौजूद है।