कई भूमि आवंटनों में अनियमितताओं का पर्दाफाश करने वाले कर्नाटक प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की रविवार को यहां एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। वह पिछले दो दिनों से जीवन रक्षक उपकरणों पर थे। उन पर पांच दिन पहले हमला किया गया था।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि एसपी महंतेश की हालत शनिवार को बिगड़ गई थी और दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। अस्पताल के एक डॉक्टर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि सुबह साढ़े पांच बजे महंतेश के दिल ने काम करना बंद कर दिया। उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका। महंतेश पर 15 मई को अज्ञात लोगों ने हमला किया था और उनके सिर में गंभीर चोटें आईं थीं।
अपनी ईमानदारी को लेकर चर्चा में रहने वाले महंतेश ने कई अनियमितताओं को उजागर किया था। महंतेश के निधन पर शोक संवेदना जाहिर करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही कहा कि मामले की जांच तेज कर इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। वहीं कर्नाटक के गृहमंत्री आर. अशोक ने कहा कि हमें कुछ सुराग मिले हैं। जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है।
मुझे इस घटना से गहरा झटका लगा है। केंद्र और राज्य सरकारों को अपने ईमानदार अधिकारियों की रक्षा करनी ही चाहिए। जब तक ईमानदार अफसरों का सरकार, पुलिस, सिस्टम में भरोसा नहीं होगा, वे अपना काम ठीक से नहीं कर पाएंगे और तब हमें इंसाफ भी नहीं मिलेगा।
नारायण मूर्ति, इंफोसिस संस्थापक