सड़क हादसे में घायल महिला की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इमरजेंसी में मामला बढ़ता देख चिकित्सक और कर्मचारी मौके से भाग निकले। पुलिस ने जांच कराने का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव चौधरियापुर निवासी राम विलास मंगलवार को 35 वर्षीय पत्नी क्षेमकली के साथ मोपेड से इंदरगढ़ थानाक्षेत्र के गपचरियापुर में रहने वाले रिश्तेदार के घर जा रहे थे। तिर्वा-कन्नौज मार्ग पर आसकरन पुरवा गांव के सामने सूख रही मक्का के चलते ट्रक से बचने के प्रयास में मोपेड बेकाबू होकर गिर गई। हादसे में क्षेमकली गंभीर रूप से घायल हो गईं। इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की जानकारी पर ग्रामीण और परिजनों की भीड़ जिला अस्पताल पहुंच गई।
इमरजेंसी में क्षेमकली ने दम तोड़ दिया। इससे परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ गया। परिजनों ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों पर लापरवाही से इलाज करने के साथ गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इससे इमरजेंसी यूनिट में अफरा-तफरी मच गई। मामला बढ़ता देख ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक और कर्मचारी भाग निकले। सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे कोतवाल एके सिंह ने हंगामा कर रहे लोगों को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। सदर कोतवाली प्रभारी एके सिंह ने बताया कि तहरीर नहीं मिली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की सही वजह पता चलेगी।
सड़क हादसे में घायल महिला की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इमरजेंसी में मामला बढ़ता देख चिकित्सक और कर्मचारी मौके से भाग निकले। पुलिस ने जांच कराने का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव चौधरियापुर निवासी राम विलास मंगलवार को 35 वर्षीय पत्नी क्षेमकली के साथ मोपेड से इंदरगढ़ थानाक्षेत्र के गपचरियापुर में रहने वाले रिश्तेदार के घर जा रहे थे। तिर्वा-कन्नौज मार्ग पर आसकरन पुरवा गांव के सामने सूख रही मक्का के चलते ट्रक से बचने के प्रयास में मोपेड बेकाबू होकर गिर गई। हादसे में क्षेमकली गंभीर रूप से घायल हो गईं। इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की जानकारी पर ग्रामीण और परिजनों की भीड़ जिला अस्पताल पहुंच गई।
इमरजेंसी में क्षेमकली ने दम तोड़ दिया। इससे परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ गया। परिजनों ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों पर लापरवाही से इलाज करने के साथ गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इससे इमरजेंसी यूनिट में अफरा-तफरी मच गई। मामला बढ़ता देख ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक और कर्मचारी भाग निकले। सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे कोतवाल एके सिंह ने हंगामा कर रहे लोगों को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। सदर कोतवाली प्रभारी एके सिंह ने बताया कि तहरीर नहीं मिली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की सही वजह पता चलेगी।