जी-7 सात की आपात बैठक से ठीक पहले मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल कुछ सुधरकर 99 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चढ़ गया। यह बैठक यूरो मंडल के लगातार गहराते कर्ज संकट को हल करने के लिए बुलाई गई है। ब्रेंट क्रूड का जुलाई वायदा चढ़कर 99.45 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में इसमें 42 सेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। अमेरिकी क्रूड भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुछ सुधरकर 84.65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर रहा। इससे पहले, अमेरिका और चीन की कमजोर अर्थव्यवस्था के आंकड़े आने और एक बार फिर से ग्लोबल मंदी के खतरे के मद्देनजर कच्चा तेल 16 महीने के न्यूनतम स्तर पर लुढ़क गया था।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी और लंदन ब्रेंट में निकट समय में कुछ सुधार होने की संभावना है, लेकिन यूरोप में लगातार कमजोर पड़ती अर्थव्यवस्था के कारण बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है। इसके अलावा, नीति निर्धारक सात देशों की बैठक से ठीक पहले यूरो में डॉलर के मुकाबले पिछले दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के बाद गत सप्ताह कुछ तेजी देखी गई। इसका बड़ा कारण यह भी है कि निवेशक और कारोबारियों को इस बैठक में यूरो मंडल की समस्या के हल होने की कुछ उम्मीद जगी है।
जी-7 सात की आपात बैठक से ठीक पहले मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल कुछ सुधरकर 99 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चढ़ गया। यह बैठक यूरो मंडल के लगातार गहराते कर्ज संकट को हल करने के लिए बुलाई गई है। ब्रेंट क्रूड का जुलाई वायदा चढ़कर 99.45 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में इसमें 42 सेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। अमेरिकी क्रूड भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुछ सुधरकर 84.65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर रहा। इससे पहले, अमेरिका और चीन की कमजोर अर्थव्यवस्था के आंकड़े आने और एक बार फिर से ग्लोबल मंदी के खतरे के मद्देनजर कच्चा तेल 16 महीने के न्यूनतम स्तर पर लुढ़क गया था।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी और लंदन ब्रेंट में निकट समय में कुछ सुधार होने की संभावना है, लेकिन यूरोप में लगातार कमजोर पड़ती अर्थव्यवस्था के कारण बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है। इसके अलावा, नीति निर्धारक सात देशों की बैठक से ठीक पहले यूरो में डॉलर के मुकाबले पिछले दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के बाद गत सप्ताह कुछ तेजी देखी गई। इसका बड़ा कारण यह भी है कि निवेशक और कारोबारियों को इस बैठक में यूरो मंडल की समस्या के हल होने की कुछ उम्मीद जगी है।