एयर इंडिया ने एक जून से घाटे वाले अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानों को रद्द करने की अंतरिम योजना तैयार की है। उधर पायलटों की हड़ताल के कारण एयर इंडिया का नुकसान बढ़कर 330 करोड़ हो गया है। इंडियन पायलट्स गिल्ड की हड़ताल बृहस्पतिवार को 24वें दिन भी जारी रही। फिलहाल प्रबंधन और पायलटों के बीच समझौते की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। इस बीच घाटा कम करने के लिए एयर इंडिया अंतरिम योजना के तहत अधिक यात्री न मिलने वाले रूटों पर विमान सेवा को रद्द करने जा रही है।
रोजाना हो रहा 13-14 करोड़ का घाटा
एयर इंडिया के प्रवक्ता प्रसाद राव ने बताया कि ज्यादातर बोइंग 777 के बेकार खड़े रहने, कर्मचारियों व केबिन क्रू को बिना काम के वेतन देने और बुकिंग रद्द होने की वजह से एयर लाइंस को रोजाना 13 से 14 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अंतरिम योजना के अमल में आने से इस घाटे के पांच करोड़ रुपये प्रतिदिन होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत हांगकांग, ओसाका, सियोल और टोरंटो की उड़ानें रद्द की जा सकती हैं।
बर्खास्त हो चुके हैं 101 पायलट
गौरतलब है कि विगत 8 मई से इंडियन पायलट्स गिल्ड के पायलट सामूहिक चिकित्सा अवकाश पर गए हुए हैं। दिल्ली हाईकोर्ट उनकी हड़ताल को अवैध घोषित कर चुका है, वहीं प्रबंधन ने सख्त रुख अपनाते हुए 101 पायलटों को बर्खास्त कर दिया है। पिछले दिनों पायलटों के एक समूह ने नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह से भी मुलाकात की थी। मंत्री ने काम पर वापस लौटने तक उनकी किसी भी दलील पर विचार करने से इंकार कर दिया।