सरकार ने वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी एआईएफ (तृतीया) सब प्राइवेट लिमिटेड मारीशस में एक हजार करोड़ रुपये, माइक्रोक्यूल टेक्नो लिमिटेड 522.90 करोड़ रुपये और दवा क्षेत्र की कंपनी प्लेथिको फर्मास्यूटिकल्स लिमिटेड मुंबई में 500 करोड़ रुपये सहित 2,973.40 करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के 25 प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान कर दी है।
वित्त मंत्रालय ने यहां बताया कि गत नौ मई को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की हुई बैठक में सिफारिशों को सरकार ने मंजूरी प्रदान की है।
इसके तहत, वित्तीय क्षेत्र की कंपनी एआईएफ (तृतीया) सब प्राइवेट लिमिटेड मारीशस में एक हजार करोड़ रुपये, माइक्रोक्यूल टेक्नो लिमिटेड में 522.90 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत दवा क्षेत्र की कंपनी प्लेथिको फर्मास्यूटिकल्स लिमिटेड में 500 करोड़ रुपये, दवा क्षेत्र की कंपनी मोजार्ट लिमिटेड मारीशस में 300 करोड़ रुपये और केन्तेत्सु वर्ल्ड एक्सप्रेस (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में 267.69 करोड़ रुपये का एफडीआई होगा।
मंत्रालय के अनुसार, जेनवर्थ फाइनेंशियल मोर्टेज गारंटी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में 124 करोड़ रुपये और कैपिरेटेल जालंधर माल (मारीशस) लिमिटेड मारीशस में 117 करोड़ रुपये का एफडीआई भी शामिल है। यह एफडीआई हो चुका है और इसके लिए तीन वर्ष की लाकिंग अवधि है। अंकुर ड्रग्स एंड फर्मा लिमिटेड मुंबई में 40 करोड़ रुपये, निलायमी रिटेर्ल्स प्राइवेट लिमिटेड मुंबई में 21.47 करोड़ रुपये और सन फर्मा रिसर्च कंपनी लिमिटेड मुंबई में 10 करोड़ रुपये का एफडीआई शामिल है।
सरकार ने एफडीआई के 13 प्रस्तावों पर निर्णय को टाल दिया जबकि आठ प्रस्ताव खारिज कर दिये गये। एक प्रस्ताव को आटोमैटिक रूट से आने की सलाह दी गयी है जबकि दो प्रस्ताव बैठक के एजेंडे से हटा दिये गये थे। एक प्रस्ताव को एफआईपीबी की सलाह के लिए भेज दिया गया।
सरकार ने वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी एआईएफ (तृतीया) सब प्राइवेट लिमिटेड मारीशस में एक हजार करोड़ रुपये, माइक्रोक्यूल टेक्नो लिमिटेड 522.90 करोड़ रुपये और दवा क्षेत्र की कंपनी प्लेथिको फर्मास्यूटिकल्स लिमिटेड मुंबई में 500 करोड़ रुपये सहित 2,973.40 करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के 25 प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान कर दी है।
वित्त मंत्रालय ने यहां बताया कि गत नौ मई को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की हुई बैठक में सिफारिशों को सरकार ने मंजूरी प्रदान की है।
इसके तहत, वित्तीय क्षेत्र की कंपनी एआईएफ (तृतीया) सब प्राइवेट लिमिटेड मारीशस में एक हजार करोड़ रुपये, माइक्रोक्यूल टेक्नो लिमिटेड में 522.90 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत दवा क्षेत्र की कंपनी प्लेथिको फर्मास्यूटिकल्स लिमिटेड में 500 करोड़ रुपये, दवा क्षेत्र की कंपनी मोजार्ट लिमिटेड मारीशस में 300 करोड़ रुपये और केन्तेत्सु वर्ल्ड एक्सप्रेस (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में 267.69 करोड़ रुपये का एफडीआई होगा।
मंत्रालय के अनुसार, जेनवर्थ फाइनेंशियल मोर्टेज गारंटी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में 124 करोड़ रुपये और कैपिरेटेल जालंधर माल (मारीशस) लिमिटेड मारीशस में 117 करोड़ रुपये का एफडीआई भी शामिल है। यह एफडीआई हो चुका है और इसके लिए तीन वर्ष की लाकिंग अवधि है। अंकुर ड्रग्स एंड फर्मा लिमिटेड मुंबई में 40 करोड़ रुपये, निलायमी रिटेर्ल्स प्राइवेट लिमिटेड मुंबई में 21.47 करोड़ रुपये और सन फर्मा रिसर्च कंपनी लिमिटेड मुंबई में 10 करोड़ रुपये का एफडीआई शामिल है।
सरकार ने एफडीआई के 13 प्रस्तावों पर निर्णय को टाल दिया जबकि आठ प्रस्ताव खारिज कर दिये गये। एक प्रस्ताव को आटोमैटिक रूट से आने की सलाह दी गयी है जबकि दो प्रस्ताव बैठक के एजेंडे से हटा दिये गये थे। एक प्रस्ताव को एफआईपीबी की सलाह के लिए भेज दिया गया।