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आपके टीवी को ‘फ्रिज’ न कर दे डिजिटाइजेशन

Market Updated Wed, 30 May 2012 12:00 PM IST
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यदि आप केबल के जरिए टीवी चैनल देखते हैं, तो कृपया सतर्क हो जाएं। आगामी एक जुलाई से दिल्ली सहित चार महानगरों में टीवी देखने के लिए सेटअप बॉक्स जरूरी हो जाएगा। यानी, केबल के जरिए टीवी चैनल देखने वाले उपभोक्ता भी बिना सेटअप बॉक्स के टीवी पर अपने मनपसंद चैनलों का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे। कुछ समय बाद धीरे-धीरे यह व्.वस्था देश भर के लिए लागू होगी।


डिजिटाइजेशन से नाराज है केबल ऑपरेटर्स
उपभोक्ताओं तक बेहतर और डिजिटल टेलीविजन प्रसारण पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार ने डिजिटाइजेशन की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत, आगामी एक जुलाई से चारों महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में केबल ऑपरेटर्स के लिए सेटअप बॉक्स के जरिए प्रसारण अनिवार्य हो जाएगा। दूसरी ओर, केबल ऑपरेटर्स डिजिटाइजेशन की सरकारी पहल को जबरदस्ती थोपना बता रहे हैं। केबल ऑपरेटर्स कंफेडरेशन ऑफ इंडिया की प्रेसिडेंट रूप शर्मा का कहना है कि डिजिटाइजेशन अच्छी पहल है, लेकिन इसकी प्लानिंग अच्छी नहीं है।


दिल्ली को 45 लाख सेटअपबॉक्स की जरूरत
फिलहाल यह मार्केट की डिमांड नहीं है। सरकार इसे जबरदस्ती लागू कराना चाहती है। चारों महानगरों में डिजिटाइजेशन के लिए केबल ऑपरेटर्स को 1 करोड़ से अधिक सेटटॉप बॉक्स की जरूरत पड़ेगी। केवल दिल्ली में करीब 45 लाख सेटअप बॉक्स लगाने पड़ेंगे। इतने कम समय में इतने सेटअप बॉक्स मुहैया करा पाना कैसे संभव हो पाएगा।

तकनीकी रूप से डिजिटलाइजेशन लागू करने के लिए केबल ऑपरेटर्स को कम से कम छह माह का और समय चाहिए। आगामी 30 जून से टीवी प्रसारण का एनालॉग सिस्टम बंद हो जाएगा। जबकि, टेलीकॉम नियामक ट्राई का कहना है कि भले ही नोटिफिकेशन व गाइडलाइंस कुछ दिन पहले जारी किए गए हैं, लेकिन केबल ऑपरेटर्स को बहुत पहले से इसकी जानकारी है।

मौका भुनाने की तैयारी में डीटीएच ऑपरेटर
सरकार द्वारा डिजिटलाइजेशन को अनिवार्य किए जाने से जहां केबल ऑपरेटर्स के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है, वहीं डीटीएच सेवाएं देने वाली कंपनियां मौका भुनाने की फिराक में हैं। टाटा स्काई के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर विक्रम मेहरा का कहना है कि डीटीएच इंडस्ट्री डिजिटलाइजेशन के दौरान ग्राहकों की बढ़ने वाली संख्या के अनुसार मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। डीटीएच इंडस्ट्री ने ढांचागत रूप से पहले से ही अपने को इसके लिए तैयार कर लिया है।

आमने-सामने
डिजिटलाइजेशन अच्छी पहल है, लेकिन यह अभी मार्केट की डिमांग नहीं है। सरकार इसे जबरदस्ती थोपना चाहती है। इतने कम समय में लाखों ग्राहकों तक सेटअप बॉक्स मुहैया करा पाना मुश्किल है। तकनीकी रूप से केबल ऑपरेटर्स को कम से कम छह माह का और समय चाहिए।
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- रूप शर्मा, प्रेसिडेंट, केबल ऑपरेटर्स कंफेडरेशन ऑफ इंडिया

डिजिटलाइजेनश का लाभ अंतत: ग्राहकों को ही मिलेगा। उनके टीवी देखने के अनुभव और बेहतर होगा। उन्हें अपनी पसंद के मुताबिक चैनल चुनने व उनका ही भुगतान करने का विकल्प मिल सकेगा। उपभोक्ता एचडी सर्विसेज, पीवीआर और वीडियो ऑड डिमांड की सेवाएं हासिल करने में सक्षम हो जाएंगे। फिलहाल डीटीएच सब्सक्राइबर्स को यह सेवाएं मिल रही हैं।
- हरित नागपाल, प्रेसिडेंट, डीटीएच ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया

स्मार्ट उपभोक्ता तुलना कर अपनाएं विकल्प
डिजिटल प्रसारण शुरू हो जाने से उपभोक्ताओं के सामने अब बराबरी के स्तर पर केबल ऑपरेटर्स और डीटीएच ऑपरेटर्स में से एक को चुनने का विकल्प हो जाएगा। यानी, स्मार्ट उपभोक्ता इसका चयन कर पाएंगे कि एक ही सिस्टम पर किफायती पैसे में कितनी तरह की सेवाएं कौन उपलब्ध करा पाएगा। मसलन, क्या आपके डिजिटल केबल ऑपरेटर्स के पास डीटीएच ऑपरेटर्स जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर, तकनीक और पर्याप्त अनुभव है, जिसके आधार पर वह आपके बेहतर क्वालिटी का डिजिटल प्रसारण उपलब्ध करा सकें।

आपका केबल ऑपरेटर आपको कितने तरह के सेटअप बॉक्स की रेंज उपलब्ध करा पाएगा। इंटरेक्टिव सर्विसेज, हाई डिफिनिशन, वीडियो ऑन डिमांड और 24 घंटे कस्टमर सर्विस की सेवाएं उपलब्ध हो पाएंगी या नहीं। सबसे महत्त्वपूर्ण कि, आपका डिजिटल केबल ऑपरेटर शुल्क दरें किस आधार पर तय करेगा।

क्या यह डीटीएच ऑपरेटरों से किफायती होंगी या नहीं। कुल मिलाकर, अब उपभोक्ता सही मायने में टीवी का बॉस होगा। अब उसे केबल ऑपरेटर्स या डीटीएच ऑपरेटर्स ‘सर्वोत्तम सेवा’ के नाम पर न तो बरगला पाएंगे न ही मनमाने तरह से कीमतें वसूल कर पाएंगे।
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