डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर पड़ रहे रुपये से चिंतित रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की। खबर है कि सुब्बाराव ने प्रधानमंत्री को रुपये में आ रही गिरावट को रोकने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा किए जा रहे उपायों से अवगत कराया। उन्होंने प्रधानमंत्री को चालू खाता घाटे की बिगड़ती स्थिति को संभालने के लिए आरबीआई की ओर से सरकारी बांड जारी करने की संभावनाओं की भी जानकारी दी।
रंगराजन ने सुझाया रुपये को संभालने का तरीका
सुब्बाराव और प्रधानमंत्री के बीच हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी रंगराजन भी उपस्थिति थे। रुपये को संभालने के लिए तेल कंपनियों को सीधे डॉलर की बिक्री करने का उपाय रंगराजन की ओर से ही सुझाया गया है।
तेल कंपनियों के सीधे डॉलर बिक्री पर विचार
इससे पहले, बृहस्पतिवार को सुब्बाराव ने कहा था कि रुपये की गिरावट रोकने के लिए आरबीआई अपनी ओर से हर संभव कोशिश कर रहा है, लेकिन इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर कुछ बदलाव अनिवार्य हो गए हैं। ताकि, चालू खाता घाटे को कम कर रुपये की सेहत सुधारी जा सके। तेल कंपनियों को सीधे डॉलर की बिकवाली पर उनका कहना था कि इस पर गंभीरता से विचार हो रहा है, लेकिन अभी इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ कहना मुश्किल होगा।
पूंजी प्रवाह को प्रोत्साहित करे RBI: रंगराजन
प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में हमने रुपये की गिरावट को रोकने के लिए किस तरह के उपाय कर सकते हैं, इस पर विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया। चालू खाता घाटा और देश में पूंजी प्रवाह के बीच असंतुलन को देखते हुए रिजर्व बैंक को अटकलों को विराम देने के लिए शार्ट टर्म में हस्तक्षेप करना चाहिए।
मीडियम टर्म में रिजर्व बैंक को चालू खाता घाटा कम करने और पूंजी प्रवाह को प्रोत्साहन देने की कोशिशें करनी चाहिए। फिलहाल रुपये के दबाव को कम करने के लिए रिजर्व बैंक तेल कंपनियों को सीधे डॉलर उपलब्ध कराने का विकल्प भी अपना सकता है। पहले ऐसा किया गया है, लेकिन इस प्रस्ताव पर सावधानीपूर्वक निर्णय करना चाहिए।