फेसबुक के विवादित आईपीओ में भारी निवेश करने वाला अमेरिका का निवेश बैंक मोर्गन स्टेनली अपने हजारों खुदरा निवेशकों और ब्रोकरों को मुआवजा देगा, जिन्होंने फेसबुक के शेयर खरीदने के लिए अधिक राशि (ओवरपैड) चुकाई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए 43 डॉलर का दायरा तय किया जाए या उससे अधिक इसे लेकर अभी गतिरोध है, जिसे अगले कुछ दिनों में नास्डैक के साथ मिलकर सुलझा लिया जाएगा। बैंक ने बृहस्पतिवार को अपने ब्रोकरों को इसकी सूचना दी है।
केस दर्ज होने से शेयर में गिरावट
फेसबुक के आईपीओ की नास्डैक पर लिस्टिंग के दो मिनट के भीतर ही करीब दस लाख शेयरों की बिक्री 43 डॉलर प्रति शेयर से भी अधिक के भाव पर हुई थी, जबकि लिस्टिंग 42.02 डॉलर के भाव पर हुई थी। शेयरों की बिक्री प्रीसेट मूल्य पर हुई थी जिससे निवेशकों की लगाई बोली के भाव नहीं मिले। नास्डैक के इस मामले की भी जांच की जा रही है। इसके अलावा अमेरिका की दो अदालतों में फेसबुक आईपीओ में गड़बड़ी का मुकदमा दर्ज होने और नास्डैक में फेसबुक के शेयरों में लगातार गिरावट के चलते भी बैंक पर शेयर के भाव ऊंचा रखने का आरोप बना हुआ है।
भुगतान तरीकों का नहीं किया खुलासा
मामले से जुड़े सूत्रों का बताना है कि बैंक फेसबुक शेयर के लिए बोली लगाने वाले खुदरा ग्राहकों के ऑर्डरों की समीक्षा कर रही है। समीक्षा में अगर पाया जाता है कि ग्राहक ने शेयर लेने के लिए बहुत ज्यादा भुगतान किया है, तो समायोजन के तहत बैंक की ओर से इसकी भरपाई की जाएगी। हालांकि बैंक ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह इन ग्राहकों को किस तरह और किस दर पर भुगतान करेगा।
गौरतलब है कि फेसबुक के बहुप्रचारित आईपीओ को लेकर अब कई तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं और इस बारे में अमेरिका में अबतक दो मामले दर्ज हो चुके हैं। मामले दर्ज होने के बाद अमेरिकी बाजार नियामक ने इस बारे में जांच भी शुरू कर दी है।