देशभर में हुए प्रदर्शनों और विपक्षी दलों के 31 मई के प्रस्तावित देश बंद को देखते हुए यूपीए सरकार गुरुवार शाम तक पेट्रोल के दाम में ढाई से तीन रुपए की कटौती कर सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हो रही कमी के कारण सरकार ये कदम उठा सकती है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि अगर रुपए की कीमत में और गिरावट नहीं हुई तो 1.50 से 2 रुपए की कमी निश्चित है। इसमें टैक्स को जोड़ दिया तो पेट्रोल पंप पर ढाई से तीन रुपए तक की कमी होगी।
कांग्रेस केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह की बैठक शुक्रवार को होगी जिसमें डीजल और रसोई गैस की कीमत बढ़ाने के मसले पर चर्चा होगी। तेल कम्पनियों का कहना है कि डीजल, मिट्टी के तेल और रसोई गैस की बिक्री से उन्हें हर रोज करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है सरकार मिट्टी के तेल पर 31 रुपये प्रति लीटर, डीजल पर 13.64 रुपये प्रति लीटर और रसोई गैस के प्रत्येक सिलेंडर पर 479 रुपये की सब्सिडी देती है।
उधर, कांग्रेस के फरमान पर अमल करते हुए पार्टी शासित राज्यों ने पेट्रोल पर लगाए जाने वाले टैक्स में कमी शुरू कर दी है। केरल और उत्तराखण्ड की सरकार ने वैट में कमी कर आम जनता को राहत देने की कोशिश की है। केरल में पेट्रोल 1 रूपए 63 पैसे सस्ता हो गया है जबकि उत्तराखण्ड में 1 रूपए 87 पैसे सस्ता हो गया है। केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी वापस लेने को कहा है। उत्तराखण्ड सरकार ने वैट में 25 फीसदी की कमी की है।