पहले से ही पेट्रोल मूल्य में इजाफे से परेशान जनता के लिए एक और बुरी खबर है। सरकार डीजल, कैरोसिन और रसोई गैस के दाम में बढ़ोतरी की तैयारी में हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय डीजल के दाम 5 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ाए जाने के पक्ष में है।
डीजल भी होगा नियंत्रण मुक्त
डीजल को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के मामले पर शुक्रवार को मंत्री समूह की बैठक होने वाली है। इसमें रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी को खत्म करने पर भी विचार किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार सरकार ने डीजल को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने पर सैद्धांतिक रूप से फैसला ले लिया है।
अगले एक साल में कोई विधानसभा चुनाव न होने के चलते सरकार डीजल, रसोई गैस पर सख्त फैसला लेने को तैयार हो गई है। सूत्रों के मुताबिक डीजल की कीमत में 3 से लेकर 5 रुपए का इजाफा और रसोई गैस की कीमत करीब 400 रुपए तक बढ़ाई जा सकती है। डीजल पर फिलहाल 14 रुपए 29 पैसे प्रति लीटर की सब्सिडी दी जा रही है।
इस समय एलपीजी पर सरकार को प्रति घरेलू सिलेंडर पर लगभग 479 रुपए का घाटा होता है। वहीं, केरोसिन की बिक्री पर सरकार को प्रति लीटर 31.41 रुपए और डीजल की बिक्री पर 13.64 रुपए प्रति लीटर का घाटा हो रहा है।
आईबीआई भी बढ़ोतरी के पक्ष में
मालूम हो कि बढ़ते वित्तीय घाटे को नियंत्रण में करने के लिए चिंतित रिजर्व बैंक ने भी डीजल, कैरोसिन और रसोई गैस (एलपीजी) के दाम बढ़ाने पर जोर दिया था।