विश्व बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा है कि पूर्वी एशिया में विकास की दर अब भी ठोस है लेकिन इसकी रफ्तार घटती जा रही है और ऐसे में क्षेत्र को निर्यात पर निर्भर रहने की बजाय घरेलू खपत बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।
विश्व बैंक ने 'विकास के नए स्रोतों पर कब्जा' नामक अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस वर्ष क्षेत्र की विकास दर करीब 7.6 फीसदी रहने की संभावना है। चीन में विकास दर में आई गिरावट के कारण क्षेत्र की औसत विकास दर प्रभावित होगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने रिपोर्ट के हवाले से जानकारी दी है कि पिछले वर्ष पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र के देशों की विकास दर 8.2 फीसदी थी जोकि पिछले वर्ष 10 फीसदी थी।
रिपोर्ट में कहा गया है यूरोजोन संकट को देखते हुए क्षेत्र के देशों को ठोस विकास दर को बनाए रखने के लिए निर्यात पर निर्भरता घटाने के साथ घरेलू मांग बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। इस क्षेत्र के देश यूरोपीय संघ के साथ-साथ अमेरिका और जापान को 40 फीसदी निर्यात करते हैं।