विश्व बैंक के अनुसार वर्ष 2011 में ग्लोबल स्तर पर कार्बन कारोबार 176 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। बैंक के अनुसार कंपनियां एवं कई देशों की सरकारें बढ़ते तापमान से निपटने के लिए काफी हद तक कार्बन बाजार पर निर्भर करने लगी हैं। यूरोपीय संघ की वर्ष 2005 में ‘कैप एंड ट्रेड’ योजना को लागू करने के बाद से कंपनियां इस नियम को प्रभावी ढंग से लागू कर रही हैं।
कार्बन कारोबार पर सालाना रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2011 में कार्बन उत्सर्जन उत्पाद का सर्वाधिक कारोबार किया गया। हालांकि इसके बावजूद यूरोपीय संघ द्वारा तय कार्बन उत्पादों की कीमतों में काफी कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में कार्बन कारोबार गत वर्ष 17 प्रतिशत बढ़कर 10 अरब टन तक पहुंच गया।
विश्व बैंक के अनुसार वर्ष 2011 में ग्लोबल स्तर पर कार्बन कारोबार 176 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। बैंक के अनुसार कंपनियां एवं कई देशों की सरकारें बढ़ते तापमान से निपटने के लिए काफी हद तक कार्बन बाजार पर निर्भर करने लगी हैं। यूरोपीय संघ की वर्ष 2005 में ‘कैप एंड ट्रेड’ योजना को लागू करने के बाद से कंपनियां इस नियम को प्रभावी ढंग से लागू कर रही हैं।
कार्बन कारोबार पर सालाना रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2011 में कार्बन उत्सर्जन उत्पाद का सर्वाधिक कारोबार किया गया। हालांकि इसके बावजूद यूरोपीय संघ द्वारा तय कार्बन उत्पादों की कीमतों में काफी कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में कार्बन कारोबार गत वर्ष 17 प्रतिशत बढ़कर 10 अरब टन तक पहुंच गया।