पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में बर्ड फ्लू संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि हुई है। थांदला के पास रूंडीपाड़ा के एक पोल्ट्री फार्म से चार दिन पहले भोपाल भेजे गए कड़कनाथ के शव की सैंपल जांच की रिपोर्ट आते ही इलाके में हड़कंप मच गया। इसके अलावा, प्रदेश के 18 अन्य जिलों में कौवों और जंगली पक्षियों में बर्डफ्लू के एच5एन8 की पुष्टि हुई है।
रिपोर्ट आने के बाद जिले से पशुपालन विभाग और राजस्व विभाग के अफसर पोल्ट्री फार्म पहुंच गए। एक किलोमीटर के दायरे में बर्ड डिस्पोजल का काम शुरू कर दिया गया। इस इलाके के सभी मुर्गे-मुर्गियों को एनेस्थेसिया देकर मारा गया फिर उन्हें गहरे गड्ढे में दफनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
फार्म संचालक के मुताबिक, उनके फार्म में बीते चार से पांच दिनों में डेढ़ हजार से ज्यादा मुर्गों और चूजों की मौत हो चुकी है। इस फार्म में 550 कड़कनाथ मुर्गे और लगभग 2800 चूजे थे। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी और तहसील की टीम सभी को नष्ट करने के लिए ले गए हैं। पशुपालन विभाग के उपसंचालक विलसन डावर ने कहा कि वह विभाग की टीम के साथ ग्राम रूंडीपाड़ा पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि रूंडीपाड़ा के इसी फार्म को महेंद्रसिंह धोनी ने कड़कनाथ के दो हजार चूजों का ऑर्डर दिया था। मौसम सही होने पर इन्हें रांची पहुंचाना था।
3 महीने तक व्यापार पर रोक लगाई जा सकती है
जल्द ही रूंडीपाड़ा के एक किलोमीटर से नौ किलोमीटर के दायरे में बर्ड फ्लू के सैंपल लिए जाएंगे और सैनिटाइजेशन का कार्य शुरू किया जाएगा। इस क्षेत्र में तीन महीने तक पोल्ट्री के आवागमन और व्यापार पर रोक भी लगाई जा सकती है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो, भारत सरकार ने बर्ड फ्लू एक्शन प्लान 2021 जारी किया है। इसके मुताबिक ही काम किया जा रहा है। बर्ड फ्लू एक्शन प्लान 2021 के अनुसार निस्तारण, चारा-दाना, अंडे आदि को नष्ट और प्रभावित स्थल को सैनिटाइज किया जाता है।
कड़कनाथ फार्म की पहचान दूर-दूर तक
रूंडीपाड़ा के विनोद मेड़ा के कड़कनाथ फार्म की पहचान देश में दूर-दूर तक है। कड़कनाथ एप से आने वाले ज्यादातर ऑर्डर की पूर्ति वही करते हैं। वो कड़कनाथ के चूजों को भोपाल, दिल्ली, बैंगलुरू, मुंबई सहित देश के कई हिस्सों में भेज चुके हैं। नवंबर में उन्हें क्रिकेटर महेंद्रसिंह धोनी के रांची स्थित फार्म के लिए ऑर्डर मिला था। धोनी इस फार्म से दो हजार चूजे खरीदने का ऑर्डर दे चुके हैं। अभी फार्म में जो चूजे मर गए या जो बचे हैं, उनमें से अधिकतर को रांची लेकर जाना था।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में अब तक 19 जिलों में बर्डफ्लू पाया गया है। इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी में एच5एन8 की पुष्टि हुई है। प्रदेश के 42 जिलों से लगभग 2100 कौवों और जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना है। विभिन्न जिलों से 386 नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गए हैं।
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में बर्ड फ्लू संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि हुई है। थांदला के पास रूंडीपाड़ा के एक पोल्ट्री फार्म से चार दिन पहले भोपाल भेजे गए कड़कनाथ के शव की सैंपल जांच की रिपोर्ट आते ही इलाके में हड़कंप मच गया। इसके अलावा, प्रदेश के 18 अन्य जिलों में कौवों और जंगली पक्षियों में बर्डफ्लू के एच5एन8 की पुष्टि हुई है।
रिपोर्ट आने के बाद जिले से पशुपालन विभाग और राजस्व विभाग के अफसर पोल्ट्री फार्म पहुंच गए। एक किलोमीटर के दायरे में बर्ड डिस्पोजल का काम शुरू कर दिया गया। इस इलाके के सभी मुर्गे-मुर्गियों को एनेस्थेसिया देकर मारा गया फिर उन्हें गहरे गड्ढे में दफनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
फार्म संचालक के मुताबिक, उनके फार्म में बीते चार से पांच दिनों में डेढ़ हजार से ज्यादा मुर्गों और चूजों की मौत हो चुकी है। इस फार्म में 550 कड़कनाथ मुर्गे और लगभग 2800 चूजे थे। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी और तहसील की टीम सभी को नष्ट करने के लिए ले गए हैं। पशुपालन विभाग के उपसंचालक विलसन डावर ने कहा कि वह विभाग की टीम के साथ ग्राम रूंडीपाड़ा पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि रूंडीपाड़ा के इसी फार्म को महेंद्रसिंह धोनी ने कड़कनाथ के दो हजार चूजों का ऑर्डर दिया था। मौसम सही होने पर इन्हें रांची पहुंचाना था।
3 महीने तक व्यापार पर रोक लगाई जा सकती है
जल्द ही रूंडीपाड़ा के एक किलोमीटर से नौ किलोमीटर के दायरे में बर्ड फ्लू के सैंपल लिए जाएंगे और सैनिटाइजेशन का कार्य शुरू किया जाएगा। इस क्षेत्र में तीन महीने तक पोल्ट्री के आवागमन और व्यापार पर रोक भी लगाई जा सकती है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो, भारत सरकार ने बर्ड फ्लू एक्शन प्लान 2021 जारी किया है। इसके मुताबिक ही काम किया जा रहा है। बर्ड फ्लू एक्शन प्लान 2021 के अनुसार निस्तारण, चारा-दाना, अंडे आदि को नष्ट और प्रभावित स्थल को सैनिटाइज किया जाता है।
कड़कनाथ फार्म की पहचान दूर-दूर तक
रूंडीपाड़ा के विनोद मेड़ा के कड़कनाथ फार्म की पहचान देश में दूर-दूर तक है। कड़कनाथ एप से आने वाले ज्यादातर ऑर्डर की पूर्ति वही करते हैं। वो कड़कनाथ के चूजों को भोपाल, दिल्ली, बैंगलुरू, मुंबई सहित देश के कई हिस्सों में भेज चुके हैं। नवंबर में उन्हें क्रिकेटर महेंद्रसिंह धोनी के रांची स्थित फार्म के लिए ऑर्डर मिला था। धोनी इस फार्म से दो हजार चूजे खरीदने का ऑर्डर दे चुके हैं। अभी फार्म में जो चूजे मर गए या जो बचे हैं, उनमें से अधिकतर को रांची लेकर जाना था।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में अब तक 19 जिलों में बर्डफ्लू पाया गया है। इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी में एच5एन8 की पुष्टि हुई है। प्रदेश के 42 जिलों से लगभग 2100 कौवों और जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना है। विभिन्न जिलों से 386 नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गए हैं।