एफबीआई ने ध्यान दिलाया है कि छह जनवरी की घटना के बाद से रूसी, ईरानी और चीनी इन्फ्लूएंस एक्टर्स इसका खूब लाभ उठा रहे हैं। वे इस घटना का इस्तेमाल यह प्रचारित करने के लिए कर रहे हैं कि अमेरिका राजनीतिक बिखराव की तरफ बढ़ रहा है।
18 जनवरी 2021
मध्य प्रदेश के भोपाल में एक सिरफिरा आशिक युवती से न सुनने पर बौखला गया। एकतरफा प्यार में वह इतना अंधा हो गया कि लड़की के घर में जबरन घुसकर उसने उसकी मां और भाई की पिटाई कर दी। वह पीड़िता के घर अपने तीन गुंडे दोस्तों के घुसा और उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
युवती के पिता नौकरी पेशा हैं। इस घटना से पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ था। युवती के पिता चार घंटे के बाद काम से जब घर लौटे तब उसने उन्हें आपबीती उन्हें सुनाई। ऐसे में देर रात रातीबड़ थाने पहुंचकर उन्होंने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। अब पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक 24 वर्षीय लड़की रातीबड़ इलाके में रहती है। उसने पुलिस को दिए बयान में कहा कि कि रवि जाटव नाम का लड़का काफी दिनों से उसके पीछे पड़ा हुआ है। घर से बाहर निकलते ही वह उसका पीछा करने लग जाता है। साथ ही वह जबरदस्ती लड़की पर शादी करने का दबाव बना रहा है।
अधिकारी ने बताया कि जब लड़की से उसने शादी के लिए पूछा तो मना करने पर वह नाराज हो गया। इसके बाद शनिवार के दिन दोपहर 1:30 बजे के आसपास वह कार से अपने तीन दोस्तों के साथ युवती के घर के बाहर आ गया।
जबरन घर में घुसते ही उसने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया और मां व छोटे भाई को बंधक बनाकर मारपीट शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, रवि पीड़िता को जबरदस्ती कमरे में ले गया और गला दबाकर उसे जान से मारने की धमकी भी दी। उसने कहा कि अगर वह उससे शादी नहीं करेगी, तो वह पीड़िता के साथ ही उसके पूरे परिवार को भी जान से मार देगा।
भोपाल के रातीबड़ थाना इलाके में शनिवार की सुबह तेज रफ्तार एसयूवी ने बाइक पर सवार होकर आ रहे तीन भाइयों को इतनी जोरदार टक्कर मार दी कि उनकी बाइक करीब सौ फीट दूर जा गिरी। इस भीषण सड़क हादसे में बाइक पर सवार दो भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीसरे की हालत नाजुक बनी हुई है।
रातीबड़ थाना पुलिस ने बताया कि राजपुरा में बिलकिसगंज का रहने वाला बृजमोहन मीणा और उसका परिवार निर्माणाधीन मकानों में छत ढलाई का ठेका लेते हैं। बृजमोहन शनिवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे अपने बड़े भाई रामबाबू और प्रेमनारायण मीणा के साथ एक ही बाइक पर सवार होकर साइट पर काम करने के लिए निकला था। इस दौरान रातीबड़ से बिलकिसगंज जाने वाली सड़क पर सामने से आ रही तेज रफ्तार एसयूवी ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी।
घटनास्थल पर लगे सीसीसटीवी फुटेज को देखने के बाद पुलिस ने बताया कि कुत्ते को बचाने के लिए ड्राइवर ने एसयूवी सड़क से नीचे उतारी फिर दोबारा सड़क पर लौटते वक्त सामने से आ रहे बाइक सवारों को टक्कर मार दी। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि रामबाबू और प्रेमनारायण 20 फीट ऊपर उछले और सड़क पर आ गिरे। इस कारण मौके पर ही उनकी मौत हो गई। जबिक उनकी बाइक उछल कर करीब सौ फीट दूर जा गिरी।
पुलिस के अनुसार इस हादसे के पल भर बाद ही एसयूवी ने दूसरी बाइक पर बिलकिसगंज से भोपाल लौट रहे मां-बेटे को भी टक्कर मारकर जख्मी कर दिया। एसयूवी इतनी अनियंत्रित हो चुकी थी कि सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। हादसे के बाद आरोपी ड्राइवर पीछे से आ रही दूसरी कार में सवार होकर फरार हो गया। पुलिस को कार में क्रिकेट का सामान मिला है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपी फेथ क्रिकेट क्लब में प्रैक्टिस करके लौट रहा होगा।
वहीं, घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने कार में तोड़फोड़ कर दी। इसके पहले कि वे एसयूवी को आग के हवाले कर देते, सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और कार को जब्त कर लिया। हादसे में गंभीर रूप से घायल बृजमोहन को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालात गंभीर बनी हुई है। हादसे की सूचना से राजपुरा गांव में मातम मचा हुआ है।
भोपाल में आज यानी रविवार को तीन इलाकों में प्रशासन द्वारा कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह तीन इलाके जमालपुरा, हनुमानगंज और गौतम नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। इतना ही नहीं, शहर के 11 थाना क्षेत्रों में में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। यह आदेश रविवार सुबह 9:00 बजे से आगामी आदेश तक लागू रहेगा। दरअसल, आज शहर में एक समुदाय विशेष निर्माण कार्य कर रहा है। इसे देखते हुए एहतियातन जिला प्रशासन ने यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
बता दें, हाइकोर्ट ने हाल-फिलहाल में भोपाल के कबाड़खाना क्षेत्र में स्थित लगभग 30 हजार वर्ग फीट भूमि के विवाद को लेकर संघ कार्यालय 'केशव नीडम' के पक्ष में फैसला दिया था। इस फैसले के बाद 'केशव नीडम' के पदाधिकारी आज उक्त जमीन पर चारदीवारी का निर्माण करा रहे हैं। ऐसे में आशंका है कि स्थानीय नागरिक हंगामा कर सकते हैं। इसलिए क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।
इस कड़ी में पुराने भोपाल की कुछ सड़कों को सील कर दिया गया है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल पहरा दे रही है। साथ ही लोगों को घरों में ही रहने को कहा गया है। जिला प्रशासन का आदेश है कि इस दौरान सभी व्यावसायिक संस्थान, दुकानें, उद्योग आदि बंद रहेंगे जबकि अस्पताल और दवाइयों की दुकानें खुली रह सकती हैं।
गौरतलब है कि पुराने भोपाल में कर्फ्यू लगने का असर भारत टॉकिज चौराहा, पुरानी सब्जी मंडी, तलैया थाना क्षेत्र, हमीदिया रोड, शाहजहांनाबाद थाना रोड, सेफिया कॉलेज रोड, रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर-6, भारत टॉकिज ओवरब्रिज, निशातपुरा से हनुमानगंज जैसे इलाकों में रहेगा। इन इलाकों की तरफ आने वाले मार्गों पर कोई भी व्यक्ति बिना अति आवश्यक कार्य के नहीं पहुंच पाएगा।
हालांकि, ये आदेश शासकीय सेवक पुलिसकर्मी सशस्त्र बल पर और शैक्षणिक या प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों पर लागू नहीं होगा। यह आदेश इन परीक्षाओं की ड्यूटी में लगे कर्मचारियों पर भी लागू नहीं होगा। यह लोग प्रवेश पत्र व आइडी कार्ड दिखाने पर आगमन कर सकेंगे।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 27 दिसंबर को कार में मृत पाए गए रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी राजेश साहू की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने मामले से पर्दा उठाते हुए गुरुवार को बताया कि राजेश की हत्या पैसों के लिए हुई थी। भोपाल से हत्या के छह आरोपियों को पकड़ने के साथ ही पुलिस ने उनके कब्जे से 2 लाख से अधिक रुपए, 9 मोबाइल फोन और एक कार जब्त किया है।
पुलिस ने बताया कि मृतक राजेश और नरेश साथ में प्रॉपर्टी का कारोबार करते थे। 5 करोड़ के लेनदेन को लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था। राजेश ने जुलाई में नरेश के खिलाफ धोखाधड़ी का एक केस भी दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की थी। इस मामले में पुलिस ने कहा कि केस तकनीकी रूप से काफी जटिल था। इसकी जांच चल रही थी।
छिंदवाड़ा पुलिस ने बताया कि एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन के पद से वीआरएस ले चुके 54 साल के राजेश छिंदवाड़ा के तिरुपति अभिनव होम्स में रहते थे। उनका अधजला शव 27 दिसंबर को रैनीखेड़ा से बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत दम घुटने से हुई थी। नरेश और उसके कर्मचारी अशोक ने राजेश के डॉक्टर महादीप व अन्य तीन लोगों को भी अपने साथ मिला लिया था । 26 दिसंबर की रात आरोपी उन्हें नींद का हैवी डोज देकर भोपाल से छिंदवाड़ा ले गए। वहां उन्होंने बेहोश राजेश को उनकी कार में बिठाकर खाई में धक्का दे दिया। फिर पेट्रोल छिड़ककर कार को आग लगा दी थी।
पूछताछ में नरेश ने एसआईटी की टीम को कुछ देर तक गुमराह किया। हालांकि, सख्ती दिखाने पर उसने अपने साथियों का नाम बता दिया। राजेश की हत्या के जुर्म में पुलिस ने नरेश गुर्जर, अशोक अग्रवाल, मो. इस्माईल, महादीप डेहरिया, शाहरुख खान और शाहवर खान को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में साथ देने के लिए नरेश और अशोक ने सभी आरोपियों को 50-50 हजार रुपए दिए थे।
In Madhya Pradesh, we have introduced 'Grameen Street Vendor Yojana' which aims to provide street vendors interest-free loan worth Rs 10,000. The Finance Minister said she would help with it: Chief Minister Shivraj Singh Chouhan https://t.co/aXul7JQXpZ
— ANI (@ANI) January 15, 2021
सरकारी विभागों के काम में पारदर्शी बनाए रखने व भ्रष्टाचार कम करने के लिए सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून साल 2005 में आया था। इस कानून के तहत देश का कोई भी व्यक्ति सरकार के किसी भी विभाग की जानकारी हासिल कर सकता है। हालांकि, अब इस कानून के उपयोग का दायरा बढ़ रहा है। दरअसल, इस कानून का उपयोग अब गृहणियां भी करने लगी हैं। वे अपने पति की सैलरी की जानकारी आरटीआई के तहत मांग रही हैं। घर के छोटे-मोटे झगड़े हों या फिर दंपति में विवाद होने पर अब आरटीआई लगा दी जा रही है। इतना ही नहीं शादी से पहले भी लड़के का स्टेटस जानने के लिए इस कानून के तहत जानकारी मांगी जा रही है।
आरटीआई से पत्नियों ने मांगीं विभिन्न जानकारियां
भोपाल के राज्य सूचना आयोग में पत्नियों द्वारा लगाई गई ऐसी लगभग 500 अपीलें लंबित चल रही हैं। इन पत्नियों ने आरटीआई के तहत तरह-तरह की जानकारियां मांगीं। इनमें पति की नौकरी, उसकी सैलरी, सर्विस बुक, यहां तक की पति का किसी अन्य महिला से संबंध तो नहीं, पति ने किसी सरकारी दस्तावेज में किसी अन्य महिला काे नॉमिनी तो नहीं बना दिया जैसी जानकारियां मांगी गई हैं। भोपाल में महिलाओं ने ये याचिकाएं पहले अपने पतियों के कार्यालय में लगाईं थीं, जिनमें से कुछ राज्य सूचना आयोग के पास भेज दी गईं। ऐसे में जब विभागों के लोक सूचना अधिकारी ने पति की नौकरी के अलावा अन्य जानकारी देने से मना कर दिया तब महिलाओं ने सूचना आयोग में अपील किया था। हालांकि, ऐसी अपीलें खारिज हो रही हैं।
केवल पति के वेतन की ही मिल सकती है जानकारी
आवेदिका सोमना शर्मा ने पति से तलाक के बाद आरटीआई के तहत जानकारी मांगी कि पति को कितना वेतन और बोनस मिलता है। उन्होंने अपने ससुर और देवर की संपत्ति की जानकारी भी मांगी, लेकिन यह जानकारी उनके पति नहीं देना चाहते थे। ऐसे में सहमति न होने पर सूचना अधिकारी और लोक अपीलीय अधिकारी ने सोमना को जानकारी देने से मना कर दिया। इस पर आवेदिका ने सूचना आयोग में अपील की। आयोग ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद लोक सूचना और अपीलीय अधिकारी को सिर्फ पति के वेतन की ही जानकारी देने के आदेश दिए। आयोग ने इसके पीछे तर्क दिया कि पत्नी को कानूनी लड़ाई लड़ने के दौरान पति के वेतन संबंधी दस्तावेज की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन उसे परिवार के अन्य लोगों की संपत्ति की जानकारी नहीं दी सकती।
कानून का दुरुपयोग न हो, इसलिए कई अपील हुईं खारिज
वहीं, राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने बताया कि सूचना के अधिकार अधिनियम की धारा 8 (1) जे के तहत चाहे वह पति हो या पत्नी, तीसरे पक्ष को जानकारी नहीं दी जा सकती। इसके अलावा विवाद की स्थिति होने पर महिला का हक है कि वह विधिक सहायता लेने के लिए पति की वेतन संबंधी जानकारी मांग सकती है। हालांकि, किसी के व्यक्तिगत जीवन पर प्रभाव डालने वाली जानकारी नहीं दी जा सकती है। राज्य सूचना आयुक्त ने यह भी बताया कि पति की वेतन की जानकारी के अलावा परिवार के अन्य किसी भी सदस्य की जानकारी नहीं दी जा सकती है। बता दें, आरटीआई कानून का बड़े स्तर पर दुरुपयोग भी होने लगा है। पति और ससुराल वालों को प्रताड़ित करने की मंशा से भी महिलाएं उनकी जानकारियां मांग रही हैं। कई मामलों में इन मंशाओं के सामने आ जाने के बाद ऐसी कई अपील खारिज की गई हैं।
भारतीय रेलवे नए साल के पहले महीने में रेल यात्रियों के लिए एक और खुशखबर लेकर आया है। अब रेलवे स्टेशनों के बाहरी परिसर में ट्रेन के कोच में रेस्टोरेंट खोले जाएंगे। इसकी शुरुआत पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत भोपाल, हबीबगंज, इटारसी, बीना सहित 11 स्टेशनों पर की जाएगी।
इस तरह का रेस्टोरेंट भोपाल के होटल लेक व्यू अशोका में भी है। कुछ साल पहले रेलवे से कोच लेकर होटल परिसर में इस तरह का रेस्टोरेंट संचालित किया जा रहा है, लेकिन रेलवे स्टेशन परिसर में ऐसा प्रयोग पहली बार हो रहा है। इस बाबत सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश ने बताया कि रेस्टोरेंट ऑन व्हील के लिए प्राइवेट फर्म से प्रस्ताव मंगाने और उनकी स्क्रूटनी के बाद कांट्रैक्ट किए जाएंगे। ऐसे में आम लोगों के लिए इस तरह के रेस्टोरेंट की सुविधा मार्च तक शुरू हो सकेगी।
पश्चिम-मध्य रेल जोन के जबलपुर, कोटा और भोपाल मंडल के स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या अधिक होती है। ऐसे स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया में यात्रियों को नाश्ते और खाने की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। यहां सामान की कीमत बाजार दर के मुताबिक ही होगी। रेस्टोरेंट ऑन व्हील की सुविधा यात्रियों के अलावा अन्य लोग भी ले सकेंगे।
बता दें, रेलवे के मंडल में विभिन्न स्थानों पर बेकार में खड़े कोच का इस्तेमाल कर इस तरह के रेस्टोरेंट खोले जाएंगे। साथ ही, रेस्टोरेंट में 40 से ज्यादा लोगों के एक साथ बैठकर खाने-पीने की जगह होगी। इसमें स्मॉल किचन और ऑर्डर लेने वाले मैनेजर के लिए भी जगह बनाई जाएगी।
भोपाल में पुलिस की शह पर देह व्यापार का गोरखधंधा चलाए जाने का मामला सामने आया है। अभी 44 दिन पहले ही क्राइम ब्रांच ने कोलार रोड स्थित लंदन इवनिंग स्पा सेंटर पर छापा मारा था। यहां स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार चल रहा था। इसमें मामले में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच डीएसपी डीएस चौहान ने 6 लोगों को आरोपी भी बनाया था, लेकिन अब उनका ही एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिससे वे कटघरे में आ गए हैं।
शुरुआती जांच पूरी, पुलिस मुख्यालय भेजी रिपोर्ट
वायरल हो रहे इस ऑडियो में डीएसपी और स्पा सेंटर संचालक के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर बात चल रही है। इसमें डीएसपी यह कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि ‘कोर्ट में भी देना पड़ता है’। ऑडियो के वायरल होने के बाद डीएसपी के खिलाफ शुरुआती जांच पूरी कर ली गई है। मामले में डीएसपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई का फैसला शासन स्तर हो इसके लिए जांच की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी गई है।
डीएसपी से नहीं कराया जा रहा कोई काम
वहीं, इस प्रकरण पर भोपाल रेंज के डीआईजी इरशाद वली ने कहा, “दस दिन पहले ही मुझे डीएसपी चौहान के संदिग्ध आचरण का पता चला था। तभी इस संबंध में पुलिस मुख्यालय को पत्र भेज दिया गया था। ऑडियो वायरल होने के बाद मामले में प्राथमिक जांच कर एक रिपोर्ट बनाई गई है, जिसे पुलिस मुख्यालय भेजा जा रहा है। आगे की कार्रवाई शासन स्तर की जाएगी।” डीआई जी ने बताया कि डीएसपी चौहान हरदा से कुछ महीने पहले ही भोपाल क्राइम ब्रांच में पदस्थ हुए थे। दस दिनों से उनसे कोई काम भी नहीं लिया जा रहा है।
ऑडियो में सुनाई दे रही हैं ये बातें
डीएसपी : अरे, राजेंद्र तुम आते क्यों नहीं हो?
संचालक : अरे सर, आ ही रहा था, अनिल की वाइफ का फोन आ गया था।
डीएसपी : जल्दी से आ जाओ लेकर, जल्दी आओ। यहां खड़ा हूं, वल्लभ भवन के सामने।
संचालक : सर, मेरी बात हुई थी उनसे। वो बोल रहे थे कि उतने पैसे नहीं कर पाएंगे। थोड़े बहुत कम वम कर देंगे।
डीएसपी : यार मैं ज्यादा तो नहीं बोल रहा हूं। वो तो कम हैं, और क्या चाहिए?
संचालक : मेरे पास दस हजार रुपए नहीं हो पाएंगे। 7-8 हजार रुपए की बात कर लेता हूं। सर, अब आप कर लीजिए, 50 तो मैंने पहले ही कर दिए हैं।
डीएसपी : वो बात नहीं है यार। चालान का मामला अलग है। वो कोर्ट में भी देना पड़ता है। चल कोई बात नहीं। ले आ तू, ले आ।