रायबरेली। शिवगढ़ थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान महिला से दुष्कर्म करने वाले दो आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। शनिवार को दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
शिवगढ़ के एक गांव की 30 वर्षीय महिला ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज कराई थी कि बुधवार रात वह घर पर अकेली थी। इसी दौरान पड़ोसी गांव के दो युवक घर में घुस आए और उसके साथ दुुष्कर्म किया। विरोध पर जानमाल की धमकी दी। केस दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुटी थी।
शुक्रवार रात करीब 12 बजे थानेदार अरुणेश कुमार गुप्ता को मुखबिर से सूूचना मिली कि निमलापुर गांव के मोड़ के पास आरोपी छिपे हुए हैं। पुलिस टीम पहुंची तो आरोपियों ने तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी।
आरोपियों की तरफ से दो राउंड फायरिंग की गई। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान पुलिस की ओर से चलाई गई एक गोली संतोष के घुटने के नीचे, जबकि दूसरी गोली मनोज के घुटने के पास लगी। इससे दोनों खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े।
पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। दोनों को सीएचसी ले जाया गया। यहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया
परिजनों ने पुलिस पर उठाए सवाल
शिवगढ़। परिजनों ने पुलिस की मुठभेड़ की कहानी पर सवाल उठाए है। आरोपी मनोज के पिता रामसजीवन ने बताया कि शुक्रवार को मेरे बेटे को पुलिस ने केसरखेड़ा से उठाया था। पुुलिस ने फर्जी मुठभेड़ दिखाई। दूसरे आरोपी संतोष के पिता रामफेर ने बताया कि मेरा बेटा कैटरिंग का काम करता है। पुलिस ने उसे शुक्रवार सुबह थाने बुला लिया था। इसके बाद फर्जी मुुठभेड़ दिखा दी।
महिला की शिकायत पर दो युवकों के खिलाफ दुष्कर्म व जानमाल की धमकी देने का केस दर्ज किया गया था। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो पुलिस टीमें गठित की गईं थीं। शुक्रवार देर रात पुलिस मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
नवीन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक