लखनऊ। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि तनाव की वजह से मानसिक बीमारियां बढ़ रही हैं। लोग मानसिक बीमारी छिपाने की बजाए इलाज कराएं। मर्ज बढ़ने पर मरीज खुदकुशी जैसे घातक कदम भी उठा लेता है। वह शनिवार को आईएमए भवन में रिचमंड फेलोशिप सोसाइटी (इंडिया) लखनऊ शाखा के 18वें वार्षिक दिवस समारोह में मौजूद रहे। इस सम्मेलन का विषय ‘आत्महत्या-रोकथाम‘ था।
डिप्टी सीएम ने कहा जिला अस्पतालों में मानसिक रोग विभाग का संचालन हो रहा है। इसमें विशेषज्ञ डॉक्टर मरीजों को सलाह देने संग मुफ्त दवाएं भी दे रहे हैं। मानसिक रोगों के इलाज में हिचक महसूस न करें। यह भी दूसरी बीमारियों की की तरह हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मोबाइल का इस्तेमाल जरूरत के अनुसार करें। कोई समस्या है तो उसे साझा करें। इससे काफी हद तक मानसिक रोगों से खुद को बचा सकते हैं। डॉ. आलोक वाजपेई ने कहा कि आत्महत्या से पहले मरीज लक्षण प्रकट करते हैं। उन्हें पहचाने की जरूरत है। कार्यक्रम में डॉ. एलके माहेश्वरी ने कहा एक अनुमान के अनुसार विश्व में हर 40 सेकंड में 1 व्यक्ति आत्महत्या का प्रयास करता है और हर साल आठ लाख लोग इस कारण अपनी जान गंवाते हैं। डॉ. एके अग्रवाल, अध्यक्ष आरएफएस और पूर्व एचओडी मनोचिकित्सा विभाग केजीएमयू ने अतिथियों का स्वागत किया।