मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करने पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है, क्योंकि आज के दिन ही श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया था। यह सोचने वाली बात है कि कांग्रेस ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करने के लिए आज का दिन ही क्यों चुना। यह सभी रामभक्तों और राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन में बलिदान देने वालों का अपमान है। यह सुप्रीम कोर्ट का भी अपमान है। कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्या दिवस है। सैकड़ों वर्षों से हर भारतीय जन मानस को इस दिन का इंतजार था। श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के कार्य के शुभारंभ दिन का भारत के लोकतंत्र को सम्मान देने वाला दिन है। भारत की न्यायपालिका की ताकत को दुनिया के सामने अहसास कराने वाला दिन है। यानी भारत के उच्चतम न्यायालय के सम्मान का दिन है। सैकड़ों वर्षों से हर आस्थावान भारतीय इस दिन का इंतजार कर रहा था। उन सबके मन में एक ही भाव था कि भारत की आस्था का सम्मान हो। 5 अगस्त 2020 को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ। प्रात: काल से ही अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आकर अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं। इस दिन भारत की आस्था को अपमानित करने वाला कांग्रेस के नेताओं का आचरण अत्यंत निंदनीय है।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस कई दिनों से प्रदर्शन अपने सामान्य कपड़ों में कर रही थी। सहमति असहमित हो सकती है लेकिन 5 अगस्त को श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण कार्य के शुभारंभ दिवस के दिन, अयोध्या दिवस के दिन, उच्चतम न्यायालय के सम्मान दिवस के दिन, राम भक्तों को अपमानित करने वाला कांग्रेस का यह आचरण एक बार फिर जगजाहिर हुआ है। आज कांग्रेसियों ने काले कपड़े पहन करके जो प्रदर्शन किया है यह श्रीरामजन्म भूमि मंदिर निर्माण की तिथि के दिन रामभक्तों का अपमान है। यह अयोध्या दिवस, भारत के लोकतंत्र, भारत की न्यायपालिका के सम्मान का अपमान है। कांग्रेस जिस तरह का आचरण कर रही है उससे लगता है कि कोई भी भारत का आस्थावान व्यक्ति उसके इस आचरण का समर्थन नहीं कर सकता है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की प्रगति साझा करते हुए बताया कि राममंदिर निर्माण का काम दिन-रात करीब 500 मजदूर काम कर रहे हैं। गर्भगृह का 20 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पांच फीट ऊंची महापीठ बनकर तैयार है। प्लिंथ का काम भी सिंतबर तक पूरा हो जाएगा। जल्द ही मंदिर के स्तंभों को भी जोड़ने का काम शुरू हो जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि राममंदिर निर्माण के क्रम में अभी प्लिंथ, गर्भगृह व रिटेनिंग वॉल निर्माण का काम एक साथ चल रहा है। कहा कि राममंदिर की प्लिंथ सितंबर के मध्य तक तैयार हो जाएगी। 21 फीट ऊंची प्लिंथ में ग्रेनाइट के 17 हजार पत्थर लगने हैं। जिनमें से अब तक 13500 पत्थर लग चुके हैं। साथ ही 15500 पत्थरों आपूर्ति भी हो चुकी है। अगस्त से ही भूतल के स्तंभों को जोड़ने का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा। गर्भगृह में करीब 225 पत्थर बिछाए जा चुके हैं। गर्भगृह का प्रदक्षिणा मार्ग भी लगभग तैयार है।
उन्होंने बताया कि मंदिर तीन तल का होगा प्रत्येक तल की ऊंचाई 20 फीट की होगी। गर्भगृह का निर्माण पूरा होने के बाद रामलला को विराजित कर दर्शन प्रारंभ करा दिया जाएगा। दूसरे व तीसरे तल का काम चलता रहेगा। बताया कि दूसरे तल में राम दरबार की स्थापना होगी। तीसरे तल में क्या हो, इसको लेकर ट्रस्ट अभी मंथन करने में जुटा हुआ है।
डॉ. अनिल ने कहा कि मंदिर में भीड़ नियंत्रण के भी प्लान बनाए जा रहे हैं। ऐसी योजना बन रही है कि यदि एक दिन में एक से डेढ़ लाख भक्त रामलला के दर्शन करने पहुंच जाएं तो उन्हें कोई दिक्कत न हो। मंदिर का परिक्रमा पथ करीब 60 फीट चौड़ा होगा। एक साथ हजारों लोग परिक्रमा कर सकेंगे। साथ ही राममंदिर आने वाले रास्तों को भी जिला प्रशासन चौड़ा करने की योजना पर काम कर रहा है। भक्तों के लिए अन्य सुविधाएं विकसित करने पर भी तेजी से काम हो रहा है।
राममंदिर को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए बन रही रिटेनिंग वॉल की भी एक लेयर तैयार हो चुकी है। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर को भूकंप, बाढ़ आदि से सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है। जो जमीन से करीब 40 फीट गहरी है। बताया कि मंदिर के तीन दिशाओं पश्चिम, उत्तर व दक्षिण में सुरक्षा दीवार का काम चल रहा है। यह दीवार दो लेयर में तैयार होगी। छह मीटर की एक लेयर तैयार हो चुकी है। बताया कि पश्चिम दिशा में 180 मीटर, उत्तर व दक्षिण दिशा में 85-85 मीटर चौड़ी सुरक्षा दीवार बन रही है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करने पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है, क्योंकि आज के दिन ही श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया था। यह सोचने वाली बात है कि कांग्रेस ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करने के लिए आज का दिन ही क्यों चुना। यह सभी रामभक्तों और राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन में बलिदान देने वालों का अपमान है। यह सुप्रीम कोर्ट का भी अपमान है। कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्या दिवस है। सैकड़ों वर्षों से हर भारतीय जन मानस को इस दिन का इंतजार था। श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के कार्य के शुभारंभ दिन का भारत के लोकतंत्र को सम्मान देने वाला दिन है। भारत की न्यायपालिका की ताकत को दुनिया के सामने अहसास कराने वाला दिन है। यानी भारत के उच्चतम न्यायालय के सम्मान का दिन है। सैकड़ों वर्षों से हर आस्थावान भारतीय इस दिन का इंतजार कर रहा था। उन सबके मन में एक ही भाव था कि भारत की आस्था का सम्मान हो। 5 अगस्त 2020 को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ। प्रात: काल से ही अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आकर अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं। इस दिन भारत की आस्था को अपमानित करने वाला कांग्रेस के नेताओं का आचरण अत्यंत निंदनीय है।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस कई दिनों से प्रदर्शन अपने सामान्य कपड़ों में कर रही थी। सहमति असहमित हो सकती है लेकिन 5 अगस्त को श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण कार्य के शुभारंभ दिवस के दिन, अयोध्या दिवस के दिन, उच्चतम न्यायालय के सम्मान दिवस के दिन, राम भक्तों को अपमानित करने वाला कांग्रेस का यह आचरण एक बार फिर जगजाहिर हुआ है। आज कांग्रेसियों ने काले कपड़े पहन करके जो प्रदर्शन किया है यह श्रीरामजन्म भूमि मंदिर निर्माण की तिथि के दिन रामभक्तों का अपमान है। यह अयोध्या दिवस, भारत के लोकतंत्र, भारत की न्यायपालिका के सम्मान का अपमान है। कांग्रेस जिस तरह का आचरण कर रही है उससे लगता है कि कोई भी भारत का आस्थावान व्यक्ति उसके इस आचरण का समर्थन नहीं कर सकता है।