लखनऊ की सड़कों पर जल्द मॉडर्न इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा दौड़ते नजर आएंगे। आरामदायक सफर का अहसास कराने वाले ये सफेद व नीले रंग के ऑटो रिक्शे लोगों को आकर्षित करेंगे। ये सीएनजी ऑटो रिक्शा से महंगे हैं। इनकी क्षमता तीन सवारी व चालक की है।
लेकिन चालकों को ऐसे ऑटो रिक्शा को चलाने के लिए न तो परमिट लेना पड़ेगा और न ही पंजीकरण शुल्क भरना होगा। जबकि अनुमानित कीमत तीन लाख रुपये हैं। केवल फिटनेस शुल्क जमा कर ही पंजीकरण करा सकेंगे। इसका फिटनेस शुल्क भी लगभग 700-800 रुपये है।
यात्रियों को किराए की रसीद भी मिलेगी
इस मॉडर्न ऑटो में किलोमीटर डिजिटल मीटर लगा होगा। इससे सफर करने वाला व्यक्ति दूरी के हिसाब से किराया चुका सकेगा। चालक भी किराए की रसीद मीटर से प्रिंट कर सवारी को दे सकेगा।
किस रूट पर चलेंगे, तय नहीं
मॉडर्न इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा किस रूट पर चलेंगे ये सबसे बड़ा सवाल है। यानी इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा सीएनजी ऑटो रिक्शा की तर्ज पर हर रूट पर सवारी ढो पाएंगे, यह स्पष्ट नहीं हो सका।
प्रदूषण कम करने में मिलेगी मदद
मॉडर्न इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के आरटीओ में पंजीकरण होने का सिलसिला शुरू हुआ है। इनके संचालन से प्रदूषण को कोई बढ़ावा नहीं मिलेगा। - सर्वेश चतुर्वेदी, संभागीय निरीक्षक आरटीओ लखनऊ
लखनऊ की सड़कों पर जल्द मॉडर्न इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा दौड़ते नजर आएंगे। आरामदायक सफर का अहसास कराने वाले ये सफेद व नीले रंग के ऑटो रिक्शे लोगों को आकर्षित करेंगे। ये सीएनजी ऑटो रिक्शा से महंगे हैं। इनकी क्षमता तीन सवारी व चालक की है।
लेकिन चालकों को ऐसे ऑटो रिक्शा को चलाने के लिए न तो परमिट लेना पड़ेगा और न ही पंजीकरण शुल्क भरना होगा। जबकि अनुमानित कीमत तीन लाख रुपये हैं। केवल फिटनेस शुल्क जमा कर ही पंजीकरण करा सकेंगे। इसका फिटनेस शुल्क भी लगभग 700-800 रुपये है।
यात्रियों को किराए की रसीद भी मिलेगी
इस मॉडर्न ऑटो में किलोमीटर डिजिटल मीटर लगा होगा। इससे सफर करने वाला व्यक्ति दूरी के हिसाब से किराया चुका सकेगा। चालक भी किराए की रसीद मीटर से प्रिंट कर सवारी को दे सकेगा।
किस रूट पर चलेंगे ये सबसे बड़ा सवाल
किस रूट पर चलेंगे, तय नहीं
मॉडर्न इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा किस रूट पर चलेंगे ये सबसे बड़ा सवाल है। यानी इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा सीएनजी ऑटो रिक्शा की तर्ज पर हर रूट पर सवारी ढो पाएंगे, यह स्पष्ट नहीं हो सका।
प्रदूषण कम करने में मिलेगी मदद
मॉडर्न इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के आरटीओ में पंजीकरण होने का सिलसिला शुरू हुआ है। इनके संचालन से प्रदूषण को कोई बढ़ावा नहीं मिलेगा। - सर्वेश चतुर्वेदी, संभागीय निरीक्षक आरटीओ लखनऊ