रायबरेली। शहर के मामा चौराहे के पास कूड़े में ढेर में जलाईं गईं 12 लाख की दवाओं के मामले की जांच में कई एजेंसियां दोषी मिली हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मधुबन रोड स्थित एक दवा एजेंसी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कई और एजेंसियों की दवाओं के संबंध में अभिलेख मिले हैं।
लखनऊ हाईवे पर मामा चौराहे के पास नगर पालिका के कूड़े के ढेर में पिछले साल पांच अप्रैल को दवाएं जला दी गईं थीं। अमर उजाला ने मामले को उजागर किया तो एफएसडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर दिल्ली, मुंबई, उत्तराखंड सहित अन्य स्थानों की 39 कंपनियों की दवाओं को बरामद करके कई दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे थे। दवा कंपनियों, सप्लायरों को नोटिस देकर दवाओं के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई थी।
ड्रग इंस्पेक्टर शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कई कंपनियों के जवाब आ गए हैं। अन्य कई कंपनियों को नोटिस भेजा जा रहा है। मधुबन रोड स्थित एक मेडिकल एजेंसी से संबंधित अभिलेख मिले हैं। हालांकि एजेंसी में पहुंचकर अभिलेखों की जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी। जल्द ही एजेंसी में पहुंचकर बिल-वाउचरों की जांच की जाएगी। अन्य केमिस्टों के यहां भी जांच होगी। जल्द ही मामले की जांच पूरी कर ली जाएगी।