न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Published by: पंकज श्रीवास्तव
Updated Thu, 07 Oct 2021 02:05 PM IST
लखीमपुर खीरी बवाल में अपनी जान गंवाने वाले सभी 8 मृतकों के परिजनों के खातों में मुआवजे की रकम जमा कर दी गई। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये देने की घोषणा की गई थी। उसी क्रम में त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी प्रक्रिया को पूरा किया गया और 48 घंटे के भीतर सभी आठ मृतकों के परिजनों के खातों में पैसे आनलाइन ट्रांसफर कर दिए गए।
उधर, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में दोनों ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है। दोनों एफआईआर की विवेचना पर निगरानी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में सात सदस्यीय टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा वह बख्शा नहीं जाएगा वह चाहे जितना ताकतवर क्यों न हो। प्रशांत कुमार ने बताया कि लखीमपुर की घटना को लेकर कई मार्फ वीडियो या दूसरे स्थानों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों से बाज आने को कहा है। प्रशांत कुमार ने कहा है कि अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लखीमपुर जाने से रोकने पर दी सफाई
प्रशांत कुमार ने कहा कि राजनैतिक दलों के नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने के दो कारण थे। पहला कारण वीआईपी को खतरा था और दूसरा कारण घटना के फौरन बाद पहुंचने से वहां कानून व्यवस्था की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती थी। अब वहां स्थिति सामान्य हो गई है, इस लिए जाने दिया गया है।
विस्तार
लखीमपुर खीरी बवाल में अपनी जान गंवाने वाले सभी 8 मृतकों के परिजनों के खातों में मुआवजे की रकम जमा कर दी गई। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये देने की घोषणा की गई थी। उसी क्रम में त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी प्रक्रिया को पूरा किया गया और 48 घंटे के भीतर सभी आठ मृतकों के परिजनों के खातों में पैसे आनलाइन ट्रांसफर कर दिए गए।
उधर, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में दोनों ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है। दोनों एफआईआर की विवेचना पर निगरानी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में सात सदस्यीय टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा वह बख्शा नहीं जाएगा वह चाहे जितना ताकतवर क्यों न हो। प्रशांत कुमार ने बताया कि लखीमपुर की घटना को लेकर कई मार्फ वीडियो या दूसरे स्थानों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों से बाज आने को कहा है। प्रशांत कुमार ने कहा है कि अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लखीमपुर जाने से रोकने पर दी सफाई
प्रशांत कुमार ने कहा कि राजनैतिक दलों के नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने के दो कारण थे। पहला कारण वीआईपी को खतरा था और दूसरा कारण घटना के फौरन बाद पहुंचने से वहां कानून व्यवस्था की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती थी। अब वहां स्थिति सामान्य हो गई है, इस लिए जाने दिया गया है।