लखनऊ। सुशांत गोल्फ सिटी के सेलिब्रिटी ग्रीन निवासी हाईकोर्ट के अधिवक्ता अनुराग शुक्ला की पत्नी एडवोकेट प्रीति शुक्ला के अपहरण की साजिश रचने वाला भीम आर्मी से जुड़ा है। इस वारदात को अंजाम देने में कुल दस बदमाश शामिल थे। एक की गिरफ्तारी के बाद लंबी पूछताछ में कई राज सामने आए हैं। पुलिस अपहरण में शामिल बदमाशों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी में तैनात एक सिपाही की भी भूमिका संदेह के घेरे में है। पुलिस उसकी भी जांच कर रही है।
सुशांत गोल्फ सिटी के सेलिब्रिटि ग्रीन में रविवार शाम प्रीति शुक्ला अपार्टमेंट के बाहर टहलने निकली थीं। इसी बीच एसयूवी सवार बदमाशों ने उनको अगवा कर लिया। देर रात को प्रीति के मोबाइल से उनके पति अनुराग से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। अनुराग ने मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद थाने की टीम के साथ क्राइम ब्रांच, सर्विलांस सेल व एसटीएफ की टीमें अगवा करने वालों की तलाश में जुट गई। मंगलवार देर शाम पुलिस टीम को अनुराग की पत्नी प्रीति के मोबाइल की लोकेशन मोहनलालगंज के हरकंशगढ़ी इलाके में मिली। इस पर पुलिस टीम वहां पहुंची। हालांकि स्थानीय पुलिस के पहले एसटीएफ वहां पहुंच चुकी थी। एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह केमुताबिक, दोनों टीमों ने विद्या हास्पिटल के पीछे एक कॉलोनी में बने मकान की घेराबंदी की। मौके से संतोष चौबे उर्फ सूर्या को दबोच लिया गया। प्रीति को आरोपियों के चंगुल से मुक्त कराया। पुलिस के मुताबिक, इस मकान में पिछले कुछ दिनों से संदिग्ध गतिविधि होने का संदेह स्थानीय लोगों को था। मंगलवार शाम को पुलिस से संपर्क किया था। इस बीच प्रीति की लोकेशन भी वहीं मिल गई। इस पर पुलिस ने छापा डाला था।
जगह बदलने से नहीं मिल रही थी लोकेशन
पुलिस के मुताबिक अपहरण के बाद से ही आरोपियों ने प्रीति का मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया था। प्रीति की एक वीडियो भी बनाई थी। जिसे उसके परिवारीजनों को भेजा था। वीडियो में प्रीति केआंख पर सफेद कपड़ा बंधा है। इस वीडियो को भेजने केबाद उसका कुछ देर के लिए मोबाइल बंद कर दिया गया। पकड़े गये आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि उसके साथी प्रीति का मोबाइल लेकर दूसरी जगह जाकर बात करते थे। इस कारण पुलिस को लोकेशन बार-बार बदली हुई मिल रही थी। मंगलवार शाम को करीब दो घंटे तक एक ही स्थान पर लोकेशन मिलने पर पुलिस टीम ने दबिश देकर प्रीति को मुक्त कराया।
अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता भीम आर्मी का सदस्य
एडीसीपी दक्षिण पूर्णेंदु सिंह केमुताबिक पकड़ा गया आरोपी संतोष चौबे उर्फ सूर्या मूलरूप से गाजीपुर जिले के बिंदवालिया का रहने वाला है। उसने बताया कि एक साथ मोटी रकम मिलने के लालच में सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में कई दिनों से घूम रहे थे। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि इस कालोनी में ऐसे लोगों के मकान है। जिनके परिवार के सदस्य को अगवा करने से 50 लाख से एक करोड़ की फिरौती मिल सकती है। रविवार को वह इसी रेकी में घूम रहे थे। इसी बीच प्रीति अपने अपार्टमेंट से निकली थी। पहनावे से अच्छे घर की लगी तो उनको बीच रास्ते में रोककर मुंह पर कपड़ा लगाया और अगवा कर लिया। संतोष चौबे ने बताया कि इस अपहरण की पूरी साजिश रचने में भीम आर्मी का सक्रिय सदस्य बबलू अंबेडकर ने निभाई। उसने अन्य साथियों के संग मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम दिया। एडीसीपी के मुताबिक फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
संदेह के घेरे में सुशांत गोल्फ सिटी थाने का सिपाही
इस अपहरण की योजना में पुलिस पड़ताल के दौरान सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तैनात एक सिपाही की भूमिका भी संदेह के घेरे में आई। इस सिपाही केअपहरणकर्ताओं से मिलने की सूचना पुलिस अधिकारियों को मिली है। जिस पर उसके खिलाफ जांच शुरू हो गई। यह सिपाही प्रीति की तलाश में जुटे पुलिसकर्मियों व अधिकारियों की हर पल की सूचना देता रहा। इसके पहले यह सिपाही मोहनलालगंज थाने में भी तैनात था। जहां वाहनों से तेल चोरी के मामले में हटाया गया था। एडीसीपी दक्षिण पूर्णेंदु सिंह के मुताबिक सिपाही की भूमिका की जांच की जा रही है। अपहरण की योजना में उसके संलिप्त होने की पुष्टि हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मोहनलालगंज इलाके के रहने वाले है सभी बदमाश
बेहद ही शातिराना तरीके से अपहरण की घटना को अंजाम देने वाला मुख्य साजिशकर्ता सहित सभी फरार बदमाश मोहनलालगंज इलाके के अलग-अलग गांवो के रहने वाले है। मुख्य साजिशकर्ता बब्लू अम्बेडकर मोहनलालगंज के जबरौली गांव का रहने वाला है और प्रॉपर्टी का काम भी करता है। उसी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर महिला वकील के अपहरण की पुरी घटना को अंजाम दिया था। अपहरण के लिये एक पुरानी हांडा सिटी कार का प्रयोग किया गया था।
अगवा करने के बाद पता चला कि पति वकील है
अपहरण के मामले में पकड़े गये संतोष चौबे ने पुलिस के सामने कुबूल किया है कि उसे नहीं पता था कि जिसे अगवा कर रहे है। वह हाईकोर्ट के बड़े वकील की पत्नी है। वह भी वकील है। अगवा करने के बाद उसे कमरे पर ले गये। जहां उससे पूछताछ की। तो पता चला कि उसका पति अनुराग व वह दोनों वकील है। इसकेबाद एक करोड़ रुपये की मांग रखी। बातचीत में फिरौती की रकम 25 लाख देने के लिए अनुराग शुक्ला तैयार हो गये। लेकिन फिरौती पहुंचने से पहले ही पुलिस ने दबिश देकर प्रीति को मुक्त कराया।
महिला वकील ने पुलिस को दिया धन्यवाद
बुधवार को अगवा हुई महिला वकील प्रीति शुक्ला ने एक वीडियो जारी कर कमिश्नरेट पुलिस और एसटीएफ की टीम का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता और संवेदनशील आपरेशन केकारण उनको सकुशल मुक्त कराया गया। पुलिस समय नहीं पहुंचती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
लखनऊ। सुशांत गोल्फ सिटी के सेलिब्रिटी ग्रीन निवासी हाईकोर्ट के अधिवक्ता अनुराग शुक्ला की पत्नी एडवोकेट प्रीति शुक्ला के अपहरण की साजिश रचने वाला भीम आर्मी से जुड़ा है। इस वारदात को अंजाम देने में कुल दस बदमाश शामिल थे। एक की गिरफ्तारी के बाद लंबी पूछताछ में कई राज सामने आए हैं। पुलिस अपहरण में शामिल बदमाशों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी में तैनात एक सिपाही की भी भूमिका संदेह के घेरे में है। पुलिस उसकी भी जांच कर रही है।
सुशांत गोल्फ सिटी के सेलिब्रिटि ग्रीन में रविवार शाम प्रीति शुक्ला अपार्टमेंट के बाहर टहलने निकली थीं। इसी बीच एसयूवी सवार बदमाशों ने उनको अगवा कर लिया। देर रात को प्रीति के मोबाइल से उनके पति अनुराग से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। अनुराग ने मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद थाने की टीम के साथ क्राइम ब्रांच, सर्विलांस सेल व एसटीएफ की टीमें अगवा करने वालों की तलाश में जुट गई। मंगलवार देर शाम पुलिस टीम को अनुराग की पत्नी प्रीति के मोबाइल की लोकेशन मोहनलालगंज के हरकंशगढ़ी इलाके में मिली। इस पर पुलिस टीम वहां पहुंची। हालांकि स्थानीय पुलिस के पहले एसटीएफ वहां पहुंच चुकी थी। एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह केमुताबिक, दोनों टीमों ने विद्या हास्पिटल के पीछे एक कॉलोनी में बने मकान की घेराबंदी की। मौके से संतोष चौबे उर्फ सूर्या को दबोच लिया गया। प्रीति को आरोपियों के चंगुल से मुक्त कराया। पुलिस के मुताबिक, इस मकान में पिछले कुछ दिनों से संदिग्ध गतिविधि होने का संदेह स्थानीय लोगों को था। मंगलवार शाम को पुलिस से संपर्क किया था। इस बीच प्रीति की लोकेशन भी वहीं मिल गई। इस पर पुलिस ने छापा डाला था।
जगह बदलने से नहीं मिल रही थी लोकेशन
पुलिस के मुताबिक अपहरण के बाद से ही आरोपियों ने प्रीति का मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया था। प्रीति की एक वीडियो भी बनाई थी। जिसे उसके परिवारीजनों को भेजा था। वीडियो में प्रीति केआंख पर सफेद कपड़ा बंधा है। इस वीडियो को भेजने केबाद उसका कुछ देर के लिए मोबाइल बंद कर दिया गया। पकड़े गये आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि उसके साथी प्रीति का मोबाइल लेकर दूसरी जगह जाकर बात करते थे। इस कारण पुलिस को लोकेशन बार-बार बदली हुई मिल रही थी। मंगलवार शाम को करीब दो घंटे तक एक ही स्थान पर लोकेशन मिलने पर पुलिस टीम ने दबिश देकर प्रीति को मुक्त कराया।
अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता भीम आर्मी का सदस्य
एडीसीपी दक्षिण पूर्णेंदु सिंह केमुताबिक पकड़ा गया आरोपी संतोष चौबे उर्फ सूर्या मूलरूप से गाजीपुर जिले के बिंदवालिया का रहने वाला है। उसने बताया कि एक साथ मोटी रकम मिलने के लालच में सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में कई दिनों से घूम रहे थे। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि इस कालोनी में ऐसे लोगों के मकान है। जिनके परिवार के सदस्य को अगवा करने से 50 लाख से एक करोड़ की फिरौती मिल सकती है। रविवार को वह इसी रेकी में घूम रहे थे। इसी बीच प्रीति अपने अपार्टमेंट से निकली थी। पहनावे से अच्छे घर की लगी तो उनको बीच रास्ते में रोककर मुंह पर कपड़ा लगाया और अगवा कर लिया। संतोष चौबे ने बताया कि इस अपहरण की पूरी साजिश रचने में भीम आर्मी का सक्रिय सदस्य बबलू अंबेडकर ने निभाई। उसने अन्य साथियों के संग मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम दिया। एडीसीपी के मुताबिक फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
संदेह के घेरे में सुशांत गोल्फ सिटी थाने का सिपाही
इस अपहरण की योजना में पुलिस पड़ताल के दौरान सुशांत गोल्फ सिटी थाने में तैनात एक सिपाही की भूमिका भी संदेह के घेरे में आई। इस सिपाही केअपहरणकर्ताओं से मिलने की सूचना पुलिस अधिकारियों को मिली है। जिस पर उसके खिलाफ जांच शुरू हो गई। यह सिपाही प्रीति की तलाश में जुटे पुलिसकर्मियों व अधिकारियों की हर पल की सूचना देता रहा। इसके पहले यह सिपाही मोहनलालगंज थाने में भी तैनात था। जहां वाहनों से तेल चोरी के मामले में हटाया गया था। एडीसीपी दक्षिण पूर्णेंदु सिंह के मुताबिक सिपाही की भूमिका की जांच की जा रही है। अपहरण की योजना में उसके संलिप्त होने की पुष्टि हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मोहनलालगंज इलाके के रहने वाले है सभी बदमाश
बेहद ही शातिराना तरीके से अपहरण की घटना को अंजाम देने वाला मुख्य साजिशकर्ता सहित सभी फरार बदमाश मोहनलालगंज इलाके के अलग-अलग गांवो के रहने वाले है। मुख्य साजिशकर्ता बब्लू अम्बेडकर मोहनलालगंज के जबरौली गांव का रहने वाला है और प्रॉपर्टी का काम भी करता है। उसी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर महिला वकील के अपहरण की पुरी घटना को अंजाम दिया था। अपहरण के लिये एक पुरानी हांडा सिटी कार का प्रयोग किया गया था।
अगवा करने के बाद पता चला कि पति वकील है
अपहरण के मामले में पकड़े गये संतोष चौबे ने पुलिस के सामने कुबूल किया है कि उसे नहीं पता था कि जिसे अगवा कर रहे है। वह हाईकोर्ट के बड़े वकील की पत्नी है। वह भी वकील है। अगवा करने के बाद उसे कमरे पर ले गये। जहां उससे पूछताछ की। तो पता चला कि उसका पति अनुराग व वह दोनों वकील है। इसकेबाद एक करोड़ रुपये की मांग रखी। बातचीत में फिरौती की रकम 25 लाख देने के लिए अनुराग शुक्ला तैयार हो गये। लेकिन फिरौती पहुंचने से पहले ही पुलिस ने दबिश देकर प्रीति को मुक्त कराया।
महिला वकील ने पुलिस को दिया धन्यवाद
बुधवार को अगवा हुई महिला वकील प्रीति शुक्ला ने एक वीडियो जारी कर कमिश्नरेट पुलिस और एसटीएफ की टीम का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता और संवेदनशील आपरेशन केकारण उनको सकुशल मुक्त कराया गया। पुलिस समय नहीं पहुंचती तो बड़ा हादसा हो सकता था।