राजधानी में बृहस्पतिवार को रात्रि कर्फ्यू का पहले दिन ही व्यापक असर दिखा। नौ बजे से बंदी के लिए सात बजे से ही कारोबार समेटा जाने लगा। अधिकतर इलाकों में साढ़े आठ तक शटर गिर चुके थे। वहीं, नौ बजे से पहले ही प्रमुख चौराहों से लेकर बाजारों तक पुलिस टीमें मुस्तैद हो गईं। पुलिस की गाड़ियों से एनाउंसमेंट कर लोगों को रात्रि कर्फ्यू की सूचना देकर घर जाने की अपील करने के साथ ही बेवजह घूमने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
नतीजतन नौ बजते-बजते दुकानों समेत सभी प्रतिष्ठान बंद हो गए। हजरतगंज, लालबाग, हुसैनगंज, स्टेशन रोड, चारबाग, नाका, पानदरीबा आदि इलाकों में कुछ मेडिकल स्टोर व पेट्रोल पंप ही खुले दिखे। मगर इन पर भी सन्नाटा ही दिखा। पुराने शहर के चौक, यहियागंज, रकाबगंज, अमीनाबाद, पांडेयगंज आदि बाजार साप्ताहिक बंदी के चलते पहले से ही बंद थे। इन इलाकों में मेडिकल स्टोर के अलावा किराना की कुछ दुकानें व रेस्टोरेंट नौ बजे के बाद भी खुले रहे। पुलिस ने सख्ती बरतते हुए इन्हें बंद करा दिया।
ठाकुरगंज व बालागंज में भी नाइट कर्फ्यू लगते ही सन्नाटा पसर गया। आलमबाग, कृष्णानगर, आशियाना, बंग्लाबाजार, पारा में भी चौराहों पर पुलिस मुस्तैद दिखी। इन सभी इलाकों में रात नौ बजते-बजते लगभग सभी दुकानें बंद हो गईं थीं।
गोमतीनगर, इंदिरानगर व विकासनगर भी हुआ सुनसान
गोमतीनगर, इंदिरानगर व विकासनगर इलाके में कर्फ्यू का असर देखने को मिला। इन सभी इलाकों में देर शाम ही पुलिस ने एनाउंसमेंट करा दिया था। इसके चलते नौ बजे से पहले ही दुकानें बंद हो गईं थीं। गुडंबा इलाके में नौ बजने से पहले ही पुलिस मुस्तैद हो गई। किराना व खानपान की कुछ दुकानें खुली थीं, जिन्हें इंस्पेक्टर फरीद अहमद ने कार्रवाई की चेतावनी देकर बंद करा दिया। अलीगंज व मड़ियांव में भी नौ बजते-बजते बाजार बंद हो गए।
घरों को लौटते दिखे ठेलेे व सब्जी वाले
शहर के लगभग सभी इलाकों में रात नौ बजे पुलिस की सख्ती शुरू होते ही सब्जी व फल के ठेले वाले और आइसक्रीम वाले तेजी से घरों को लौटते दिखे। कुछ सब्जी व फल वालों ने बताया कि आम दिनों की अपेक्षा आज काफी कम दुकानदारी हुई है। चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर चाय-नाश्ते की दुकान चलाने वाले अहद ने बताया कि प्रतिदिन दो से ढाई हजार तक दुकानदारी होती थी, मगर आज लगभग आधी ही हुई है।
डिलीवरी ब्वॉय को नहीं मिले ऑर्डर
चारबाग में मोहन होटल के पास मिले खानपान की नामी कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय रामभवन व राजीव ने बताया कि पहले तो प्रतिदिन 12 से 15 तक ऑर्डर मिल जाते थे। मगर बृहस्पतिवार को किसी को दो-तीन तो किसी को चार ऑर्डर ही मिले। डालीबाग में मिला पिज्जा कंपनी का डिलीवरी ब्वॉय शमीम भी ऑर्डर न मिलने से परेशान दिखा।
ग्राहकों से निवेदन कल आना
महानगर स्थित दुकानें शाम सात बजे से ही बंद होने थीं। आने वाले ग्राहकों को हाथ जोड़ कर कल आने का आग्रह कर लौटा दिया गया। सराफा कारोबारी शालिनी अग्रवाल कहती हैं कि बड़ा शो रूम, सामान समेटने में समय लगता है, स्टाफ को भी घर पहुंचना है। इसलिए आठ बजे तक नहीं शटर गिरना पड़ा।
दुकान खुलने का समय बदला
निशातगंज स्थित कपड़ा कारोबारी प्रवीण कहते हैं कि कर्फ्यूटाइम से एक घंटे पहले तो घर के लिए निकलना ही होगा। सहालग का सीजन है, खरीदारों की सुविधा का ध्यान रखते हुए दुकान खोलने का समय थोड़ा पहले कर दिया है। गर्मी के दिनों में दोपहर में ग्राहक कम मिलते हैं, बृहस्पतिवार को रोज की तुलना में ज्यादा ग्राहक पहुंचे।
न गंजिंग न चाट की खुशबू, फुटपाथ सूने
गंज में न गंजिंग न चाट की खुशबू। फुटपाथ सूने थे। साढ़े सात बजे के करीब इक्का-दुक्का लोग ही दिखे। सवा आठ बजे तक ज्यादातर दुकानें बंद हो गईं थीं।
निगरानी के लिए 110 टीमें गठित
कर्फ्यू के दौरान जायजा लेने निकले पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार से सख्ती और बढ़ा दी जाएगी। नियमों की अनदेखी व मास्क न लगाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। निगरानी व कार्रवाई के लिए 110 टीमों का गठन किया गया है। इसमें नगर निगम, एलडीए और पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। टीमें लगातार भ्रमण करती रहेंगी। पुलिस कमिश्नर के साथ मंडलायुक्त रंजन कुमार भी थे। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सिर्फ आकस्मिक जरूरत पर ही लोगों को छूट दी जाएगी। शुक्रवार से जो भी बिना मास्क दिखेगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह का आयोजन नहीं होगा।
राजधानी में बृहस्पतिवार को रात्रि कर्फ्यू का पहले दिन ही व्यापक असर दिखा। नौ बजे से बंदी के लिए सात बजे से ही कारोबार समेटा जाने लगा। अधिकतर इलाकों में साढ़े आठ तक शटर गिर चुके थे। वहीं, नौ बजे से पहले ही प्रमुख चौराहों से लेकर बाजारों तक पुलिस टीमें मुस्तैद हो गईं। पुलिस की गाड़ियों से एनाउंसमेंट कर लोगों को रात्रि कर्फ्यू की सूचना देकर घर जाने की अपील करने के साथ ही बेवजह घूमने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
नतीजतन नौ बजते-बजते दुकानों समेत सभी प्रतिष्ठान बंद हो गए। हजरतगंज, लालबाग, हुसैनगंज, स्टेशन रोड, चारबाग, नाका, पानदरीबा आदि इलाकों में कुछ मेडिकल स्टोर व पेट्रोल पंप ही खुले दिखे। मगर इन पर भी सन्नाटा ही दिखा। पुराने शहर के चौक, यहियागंज, रकाबगंज, अमीनाबाद, पांडेयगंज आदि बाजार साप्ताहिक बंदी के चलते पहले से ही बंद थे। इन इलाकों में मेडिकल स्टोर के अलावा किराना की कुछ दुकानें व रेस्टोरेंट नौ बजे के बाद भी खुले रहे। पुलिस ने सख्ती बरतते हुए इन्हें बंद करा दिया।
ठाकुरगंज व बालागंज में भी नाइट कर्फ्यू लगते ही सन्नाटा पसर गया। आलमबाग, कृष्णानगर, आशियाना, बंग्लाबाजार, पारा में भी चौराहों पर पुलिस मुस्तैद दिखी। इन सभी इलाकों में रात नौ बजते-बजते लगभग सभी दुकानें बंद हो गईं थीं।
गोमतीनगर, इंदिरानगर व विकासनगर भी हुआ सुनसान
गोमतीनगर, इंदिरानगर व विकासनगर इलाके में कर्फ्यू का असर देखने को मिला। इन सभी इलाकों में देर शाम ही पुलिस ने एनाउंसमेंट करा दिया था। इसके चलते नौ बजे से पहले ही दुकानें बंद हो गईं थीं। गुडंबा इलाके में नौ बजने से पहले ही पुलिस मुस्तैद हो गई। किराना व खानपान की कुछ दुकानें खुली थीं, जिन्हें इंस्पेक्टर फरीद अहमद ने कार्रवाई की चेतावनी देकर बंद करा दिया। अलीगंज व मड़ियांव में भी नौ बजते-बजते बाजार बंद हो गए।
घरों को लौटते दिखे ठेलेे व सब्जी वाले
शहर के लगभग सभी इलाकों में रात नौ बजे पुलिस की सख्ती शुरू होते ही सब्जी व फल के ठेले वाले और आइसक्रीम वाले तेजी से घरों को लौटते दिखे। कुछ सब्जी व फल वालों ने बताया कि आम दिनों की अपेक्षा आज काफी कम दुकानदारी हुई है। चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर चाय-नाश्ते की दुकान चलाने वाले अहद ने बताया कि प्रतिदिन दो से ढाई हजार तक दुकानदारी होती थी, मगर आज लगभग आधी ही हुई है।
डिलीवरी ब्वॉय को नहीं मिले ऑर्डर
चारबाग में मोहन होटल के पास मिले खानपान की नामी कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय रामभवन व राजीव ने बताया कि पहले तो प्रतिदिन 12 से 15 तक ऑर्डर मिल जाते थे। मगर बृहस्पतिवार को किसी को दो-तीन तो किसी को चार ऑर्डर ही मिले। डालीबाग में मिला पिज्जा कंपनी का डिलीवरी ब्वॉय शमीम भी ऑर्डर न मिलने से परेशान दिखा।
ग्राहकों से निवेदन कल आना
महानगर स्थित दुकानें शाम सात बजे से ही बंद होने थीं। आने वाले ग्राहकों को हाथ जोड़ कर कल आने का आग्रह कर लौटा दिया गया। सराफा कारोबारी शालिनी अग्रवाल कहती हैं कि बड़ा शो रूम, सामान समेटने में समय लगता है, स्टाफ को भी घर पहुंचना है। इसलिए आठ बजे तक नहीं शटर गिरना पड़ा।
दुकान खुलने का समय बदला
निशातगंज स्थित कपड़ा कारोबारी प्रवीण कहते हैं कि कर्फ्यूटाइम से एक घंटे पहले तो घर के लिए निकलना ही होगा। सहालग का सीजन है, खरीदारों की सुविधा का ध्यान रखते हुए दुकान खोलने का समय थोड़ा पहले कर दिया है। गर्मी के दिनों में दोपहर में ग्राहक कम मिलते हैं, बृहस्पतिवार को रोज की तुलना में ज्यादा ग्राहक पहुंचे।
न गंजिंग न चाट की खुशबू, फुटपाथ सूने
गंज में न गंजिंग न चाट की खुशबू। फुटपाथ सूने थे। साढ़े सात बजे के करीब इक्का-दुक्का लोग ही दिखे। सवा आठ बजे तक ज्यादातर दुकानें बंद हो गईं थीं।
निगरानी के लिए 110 टीमें गठित
कर्फ्यू के दौरान जायजा लेने निकले पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार से सख्ती और बढ़ा दी जाएगी। नियमों की अनदेखी व मास्क न लगाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। निगरानी व कार्रवाई के लिए 110 टीमों का गठन किया गया है। इसमें नगर निगम, एलडीए और पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। टीमें लगातार भ्रमण करती रहेंगी। पुलिस कमिश्नर के साथ मंडलायुक्त रंजन कुमार भी थे। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सिर्फ आकस्मिक जरूरत पर ही लोगों को छूट दी जाएगी। शुक्रवार से जो भी बिना मास्क दिखेगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह का आयोजन नहीं होगा।