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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कल्पतरू बिल्डटेक कॉर्पोरेशन लि. की करीब 84 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त कर लिया। यह कार्रवाई कल्पतरु के खिलाफ यूपी और कई अन्य राज्यों में दर्ज मुकदमों के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हुए की है। जांच में यह पता चला है कि कल्पतरू बिल्डटेक व उसकी सहयोगी कंपनियों ने लुभावनी स्कीमों का लालच देकर निवेशकों से करोड़ों रुपये हड़प लिए थे।
ईडी की पड़ताल में सामने आया कि कल्पतरु बिल्डटेक के सीएमडी जयकृष्ण सिंह राणा ने कल्पतरू एग्रो लि. के जरिए निवेशकों को भूखंड देने के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराया। फिर कंपनी के बाकी निदेशकों की मदद से निवेशकों से जुटाई रकम को दूसरी कंपनियों में निवेश करना शुरू कर दिया। जब सेबी व अन्य एजेंसियों ने कल्पतरू समूह की कंपनियों द्वारा संचालित योजनाओं को लेकर शिकंजा कसना शुरू किया तो राणा ने पूरे कारोबार को नई कंपनियों में स्थानांतरित कर दिया।
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जांच यह भी पता चला कि राणा ने अपने नौकरों, कर्मचारियों, अनपढ़ रिश्तेदारों आदि के नाम पर 50 से अधिक फर्जी कंपनियां बनाईं और निवेशकों से करीब 1500 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए। जांच में धोखाधड़ी के पुख्ता सुबूत मिलने के बाद ईडी ने कल्पतरू बिल्डटेक की 83.96 करोड़ रुपये की 403 चल-अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया।