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वाराणसी रेलवे स्टेशन पर पति-पत्नी के बीच हुए झगड़े ने पटना के होटल कारोबारी एसपी सिन्हा के अवैध तरीके से किए गये करोड़ों रुपये के लेन-देन के तमाम राज खोल दिए हैं। फॉरन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा) के तहत इस प्रकरण की जांच कर रही ईडी ने शनिवार को पटना के मौर्या होटल के मालिक एसपी सिन्हा और वाराणसी में हवाला ऑपरेटर के ठिकानों पर छापा मारकर 25 करोड़ से अधिक की नगदी को हवाला के जरिए खपाने का खुलासा किया है। ईडी की टीमें रविवार देर रात तक होटल कारोबारी और उसके करीबियों के ठिकानों को खंगाल रही थी।
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक होटल कारोबारी के ठिकानों पर छापे के दौरान 25 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन का पता चला है। मौके से बरामद दस्तावेजों, मोबाइल और कंप्यूटर की जांच में सामने आया है कि होटल कारोबारी ने 36 हजार डॉलर को भी अवैध तरीके से बदलवाया था। ईडी ने वाराणसी के हवाला ऑपरेटर बीडी दुबे के साथ पटना से वाराणसी डॉलर और पैसे लाने वाले कैरियर गौतम मुखर्जी के ठिकानों पर भी छापा मारा है।
वहीं होटल में काम करने वाले एक कर्मचारी के आवास से 8.5 लाख रुपये नगद मिले हैं। कर्मचारी ने ये रकम एसपी सिन्हा की होने की बात कबूली है। इसके अलावा एसपी सिन्हा के आवास से गैरकानूनी तरीके से रखी गई शराब की 16 बोतलें भी बरामद की गयी हैं। इस बारे में ईडी के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को सूचित कर दिया है।
वाराणसी से पटना पहुंच गई ईडी की टीम
दरअसल, बीते शुक्रवार को वाराणसी जंक्शन पर पति-पत्नी के बीच हुए विवाद को सुलझाने के दौरान 9000 डॉलर जीआरपी ने बरामद किए थे। इसे ला रहे गौतम मुखर्जी की पत्नी ने जीआरपी को बताया था कि ये डॉलर पटना के मौर्या होटल के मालिक एसपी सिन्हा के हैं। गौतम पटना में एसपी सिन्हा के होटल का कर्मचारी है। जीआरपी ने इसकी सूचना ईडी को दी जिसके बाद फेमा का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच में एसपी सिन्हा के तमाम संदिग्ध लेन-देन का सुराग मिलने पर छापा मारने का फैसला लिया गया जिसके बाद ईडी, लखनऊ के संयुक्त निदेशक जितेंद्र सिंह के निर्देशन में प्रयागराज यूनिट ने पटना और वाराणसी में छापेमारी की है।