न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अम्बेडकरनगर
Updated Thu, 01 Aug 2019 09:48 PM IST
केंद्रीय मंत्री बनकर डीएम पर रौब गालिब करने का मामला सामने आया है। डीएम ने पाया कि किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नाम का दुरुपयोग कर ऐसा किया जा रहा है। फोन करने वाले ने खुद को मंत्री बताकर नियम विरुद्ध काम करने का दबाव बनाने की कोशिश की।
डीएम ने न सिर्फ अकबरपुर कोतवाली में केस दर्ज करा दिया, बल्कि पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया कि विवेचना तेजी से पूरी की जाए। बताया जाता है कि डीएम राकेश कुमार मिश्र गुरुवार को जब कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में मौजूद थे, तभी सवा 11 बजे के करीब उनके सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई।
फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पाण्डेय के रूप में दिया। इसके बाद वह उनसे एक नियम विरुद्ध काम करने की बात करने लगा। इस दौरान उसने डीएम पर अनुचित कार्य के लिए दबाव बनाने का भी प्रयास किया।
डीएम को उसकी बातों से आभास हो गया कि वह फर्जी ढंग से नाम व पद का जिक्र कर रहा है। डीएम ने फोन काटने के बाद मामले की छानबीन शुरू कर दी। उन्होंने अकबरपुर कोतवाली में बाकायदा अपनी तरफ से पत्र भेजा और प्रभारी निरीक्षक को केस दर्ज करने का निर्देश दिया। डीएम ने एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्र को भी पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया।
डीएम के साथ इस तरह फर्जी ढंग से फोन करने का मामला सामने आते ही पुलिस सक्रिय हो गई। अकबरपुर कोतवाली में मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया। शुरुआती छानबीन में फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन लखनऊ में पाई गई। डीएम ने मामले की विवेचना तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय मंत्री बनकर डीएम पर रौब गालिब करने का मामला सामने आया है। डीएम ने पाया कि किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नाम का दुरुपयोग कर ऐसा किया जा रहा है। फोन करने वाले ने खुद को मंत्री बताकर नियम विरुद्ध काम करने का दबाव बनाने की कोशिश की।
डीएम ने न सिर्फ अकबरपुर कोतवाली में केस दर्ज करा दिया, बल्कि पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया कि विवेचना तेजी से पूरी की जाए। बताया जाता है कि डीएम राकेश कुमार मिश्र गुरुवार को जब कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में मौजूद थे, तभी सवा 11 बजे के करीब उनके सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई।
फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पाण्डेय के रूप में दिया। इसके बाद वह उनसे एक नियम विरुद्ध काम करने की बात करने लगा। इस दौरान उसने डीएम पर अनुचित कार्य के लिए दबाव बनाने का भी प्रयास किया।
डीएम को उसकी बातों से आभास हो गया कि वह फर्जी ढंग से नाम व पद का जिक्र कर रहा है। डीएम ने फोन काटने के बाद मामले की छानबीन शुरू कर दी। उन्होंने अकबरपुर कोतवाली में बाकायदा अपनी तरफ से पत्र भेजा और प्रभारी निरीक्षक को केस दर्ज करने का निर्देश दिया। डीएम ने एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्र को भी पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया।
लखनऊ मिली फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन
डीएम के साथ इस तरह फर्जी ढंग से फोन करने का मामला सामने आते ही पुलिस सक्रिय हो गई। अकबरपुर कोतवाली में मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया। शुरुआती छानबीन में फोन करने वाले व्यक्ति की लोकेशन लखनऊ में पाई गई। डीएम ने मामले की विवेचना तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए हैं।