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डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के घटक व राजकीय इंजीनियरिंग संस्थानों में अब शिक्षकों के साथ अब छात्र भी कंसलटेंसी में शामिल होंगे। खास यह कि उन्हें इसके लिए पारिश्रमिक भी दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन इसके लिए जल्द ही नियमावली लेकर आ रहा है। इसकी शुरुआत विश्वविद्यालय के घटक सरकारी संस्थानों से होगी।
विश्वविद्यालय के घटक व राजकीय इंजीनियरिंग संस्थानों आईईटी, आर्कीटेक्चर कॉलेज, केएनआईटी, बीआईईटी व राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षक काफी संख्या में कंसलटेंसी के लिए बाहर जाते हैं। इसके लिए उन्हें निर्धारित पारिश्रमिक भी दिया जाता है। हाल में हुई घटक संस्थानों की बैठक के बाद कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने निर्देश दिया है कि कंसलटेंसी में छात्रों को भी सहयोगी के रूप में शामिल करें।
यह पढ़ाई के साथ विद्यार्थियों के लिए आय बढ़ाने वाली भी योजना होगी। प्राथमिकता के आधार पर इसमें तृतीय व अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को शामिल करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए नियमावली तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही संस्थानों से सुझाव भी मांगे गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के लिए इस तरह की कुछ और नई योजनाएं भी लेकर आ रहा है। हाल में विश्वविद्यालय प्रशासन ने शैक्षणिक सुधार कार्यक्रमों में विद्यार्थियों की सहभागित बढ़ाई है।
प्राइवेट संस्थानों के लिए भी करेंगे कंसलटेंसी
विश्वविद्यालय के घटक व राजकीय इंजीनियरिंग संस्थानों के शिक्षक प्राइवेट संस्थानों के लिए भी कंसलटेंसी कर सकेंगे। अभी यहां के शिक्षक सिर्फ सरकारी संस्थानों के लिए ही कंसलटेंसी करते हैं। विवि इसके लिए भी अपनी नियमावली संशोधित करेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार इससे शिक्षकों और संस्थान की आय बढ़ेगी, क्योंकि प्रदेश में काफी बड़ी संख्या में प्राइवेट संस्थान हैं, जो कंसलटेंसी लेते हैं।
परीक्षा फॉर्म 28 तक भरे जाएंगे
एकेटीयू की शैक्षिक सत्र 2022-23 के सम सेमेस्टर की तीसरे व अंतिम वर्ष की नियमित व कैरी ओवर विषयों की परीक्षाएं पांच जून से प्रस्तावित हैं। इनके लिए परीक्षा फॉर्म भरने और परीक्षा शुल्क जमा करने की तिथि 25 से बढ़ाकर 28 मई कर दी गई है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने कहा है कि इस तिथि के बाद परीक्षा फार्म भरा जाना संभव नहीं होगा। अगर परीक्षा फार्म न भरे जाने की स्थिति में कोई छात्र परीक्षा से वंचित होगा तो इसके लिए वह छात्र व संस्थान जिम्मेदार होगा।