आम आदमी पार्टी (आप) के यूपी से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही स्वास्थ्य, शिक्षा व बिजली के मुद्दे पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मंत्रियों में जंग छिड़ गई है। इसी बीच ‘आप’ ने सबसे पहले यूपी के सरकारी स्कूलों की स्थिति उजागर करने का फैसला किया है। इसके लिए पार्टी ने सभी 75 जिलों में ‘सेल्फी विद सरकारी स्कूल’ अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत कार्यकर्ता अपने यहां के स्कूलों की अव्यवस्थाओं की फोटो मुख्यमंत्री को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट करेंगे।
प्रदेश प्रभारी व सांसद संजय सिंह ने बृहस्पतिवार को प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों से कहा कि जब से आप ने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ने ने की घोषणा की है, तभी से भाजपा नेता और मंत्री बौखला गये हैं। उन्होंने कहा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और गवर्नेन्स के मॉडल पर बहस की चुनौती दी है। इसके लिए दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 22 दिसंबर को यूपी आने को तैयार हैं, लेकिन 25 घंटे बाद भी भाजपा नेता समय व स्थान नहीं बता रहे हैं। यूपी के 28 हजार स्कूलों में बिजली तक नहीं है। योगी सरकार के मंत्री दिल्ली सरकार के जिस कोरोना मॉडल पर सवाल उठा रहे हैं, उसकी तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं।
यूपी की जनता को भी 200 यूनिट मुफ्त बिजली पाने का अधिकार
संजय सिंह ने कहा सरकार बनने पर दिल्ली का विकास मॉडल यूपी में भी लागू करेंगे। यहां की जनता को भी 200 यूनिट मुफ्त और 400 यूनिट आधे दाम पर बिजली पाने का अधिकार है। दिल्ली के बिजली, पानी, चिकित्सा और शिक्षा के ऐजेंडे को यूपी में भी लागू किया जाएगा।
किसानों के डर से शीतकालीन सत्र को स्थगित किया
संजय सिंह ने कहा कि कोरोना काल में चुपके से कृषि कानून बिल पास कराने वाली सरकार अब इस मुद्दे पर चर्चा कराने से कतरा रही है। इसके लिए संसद के शीतकालीन सत्र को स्थगित कर दिया गया है। अन्नदाताओं को आतंकवादी कहने वाले गृहमंत्री को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
आम आदमी पार्टी (आप) के यूपी से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही स्वास्थ्य, शिक्षा व बिजली के मुद्दे पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मंत्रियों में जंग छिड़ गई है। इसी बीच ‘आप’ ने सबसे पहले यूपी के सरकारी स्कूलों की स्थिति उजागर करने का फैसला किया है। इसके लिए पार्टी ने सभी 75 जिलों में ‘सेल्फी विद सरकारी स्कूल’ अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत कार्यकर्ता अपने यहां के स्कूलों की अव्यवस्थाओं की फोटो मुख्यमंत्री को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट करेंगे।
प्रदेश प्रभारी व सांसद संजय सिंह ने बृहस्पतिवार को प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों से कहा कि जब से आप ने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ने ने की घोषणा की है, तभी से भाजपा नेता और मंत्री बौखला गये हैं। उन्होंने कहा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और गवर्नेन्स के मॉडल पर बहस की चुनौती दी है। इसके लिए दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 22 दिसंबर को यूपी आने को तैयार हैं, लेकिन 25 घंटे बाद भी भाजपा नेता समय व स्थान नहीं बता रहे हैं। यूपी के 28 हजार स्कूलों में बिजली तक नहीं है। योगी सरकार के मंत्री दिल्ली सरकार के जिस कोरोना मॉडल पर सवाल उठा रहे हैं, उसकी तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं।
यूपी की जनता को भी 200 यूनिट मुफ्त बिजली पाने का अधिकार
संजय सिंह ने कहा सरकार बनने पर दिल्ली का विकास मॉडल यूपी में भी लागू करेंगे। यहां की जनता को भी 200 यूनिट मुफ्त और 400 यूनिट आधे दाम पर बिजली पाने का अधिकार है। दिल्ली के बिजली, पानी, चिकित्सा और शिक्षा के ऐजेंडे को यूपी में भी लागू किया जाएगा।
किसानों के डर से शीतकालीन सत्र को स्थगित किया
संजय सिंह ने कहा कि कोरोना काल में चुपके से कृषि कानून बिल पास कराने वाली सरकार अब इस मुद्दे पर चर्चा कराने से कतरा रही है। इसके लिए संसद के शीतकालीन सत्र को स्थगित कर दिया गया है। अन्नदाताओं को आतंकवादी कहने वाले गृहमंत्री को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।