कन्याकुमारी
- यह भारत के सबसे दक्षिण छोर पर बसा है। कन्याकुमारी वर्षो से कला, संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक रहा है। भारत के पर्यटक स्थल के रूप में भी इस स्थान का अपना ही महत्च है। इस जगह का नाम कन्याकुमारी पड़ने के पीछे एक पौराणिक कथा है, जिसके मुताबिक प्राचीन काल में भारत पर शासन करने वाले राजा भरत को आठ पुत्रियां थीं और एक पुत्र था। उनमें से एक का नाम कुमारी था, जिन्हें देवी शक्ति का अवतार माना जाता था। चूंकि राजा भरत ने अपना साम्राज्य को नौ बराबर हिस्सों में बांटकर अपनी संतानों को दे दिया था। ऐसे में दक्षिण का हिस्सा उनकी पुत्री कुमारी को मिला था। उनकी ही याद में ही दक्षिण भारत के इस स्थान को आज कन्याकुमारी के नाम से जाना जाता है। यह घूमने के लिहाज से बहुत ही खूबसूरत जगह है। यहां पर हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का संगम स्थल है। दूर-दूर तक फैले समुद्र के विशाल लहरों के बीच यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा तो देखते ही बनता है।