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Social Media Poetry: खुद की नज़रों में मत गिर, आँधी-तूफ़ानों में घिर

वायरल काव्य
                
                                                                                 
                            राज-सभा जाने से बच। 
                                                                                                

पुरस्कार पाने से बच ।।

दाग़-ए-दिल धोने से बच ।
सम्मानित होने से बच ।।

खुद की नज़रों में मत गिर ।
आँधी-तूफ़ानों में घिर ।।

छाया में रहने से बच ।
धारा में बहने से बच ।।

कुछ मौलिक भी  रचना सीख ।
लोभ-लाभ से बचना सीख ।। आगे पढ़ें

1 month ago

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😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
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