धुएँ की रेल चली मंज़रों में दुख गूँजा
सफ़र की बात भी है बात छोड़ जाने की
- वक़ास अज़ीज़
सरमा की रात रेल का डिब्बा उदासियाँ
लम्बा सफ़र है और तिरा साथ भी नहीं
- सलीम बेताब
रुख़्सत हुए तो रेल की सीटी में देर तक
ऐसा लगा कि जैसे वफ़ा चीख़ती रही
- सय्यद अनवार अहमद
'अंजुम' तुम्हारा शहर जिधर है उसी तरफ़
इक रेल जा रही थी कि तुम याद आ गए
- अंजुम रहबर
जिस का टिकट जहाँ का है उस को उसी जगह
ये ज़िंदगी की रेल है चलती उतार कर
- अजय अज्ञात
रेल की गहरी सीटी सुन कर
रात का जंगल गूँजा होगा
- नासिर काज़मी
हो गया है ये मकाँ ख़ाली सदाओं से मगर
ज़ेहन अब तक गूँजता है रेल की सीटी के साथ
- इफ़्तिख़ार नसीम
मैं एक फ़िल्म बनाऊँगा अपने 'सरवत' पर
और इस में रेल की पटरी नहीं बनाऊँगा
- तहज़ीब हाफ़ी
उस से बिछड़ के ख़ुद को सँभाला नहीं गया
लगता है गिर पड़ी हूँ किसी चलती रेल से
- रेहाना क़मर
रेल-गाड़ी के सिगनलों की तरह
चलता रुकता हुआ सफ़र अपना
- जौहर तिम्मापूरी
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4 months ago
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