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आज का शब्द: सिंगार और उर्मिल सत्यभूषण की कविता- साजन के घर जाना है

आज का शब्द
                
                                                                                 
                            'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- सिंगार, जिसका अर्थ है- सजावट, सज्जा, शोभा, किसी मूर्ति की सज्जा। प्रस्तुत है उर्मिल सत्यभूषण की कविता- साजन के घर जाना है 
                                                                                                


कर सोलह सिंगार सखी री
साजन के घर जाना है
पीहर के दिन चार सखी री
पी घर असल ठिकाना है।

आँख में प्यार का अंजन घर ले
अवगुण छोड़ सगुण झोली भर ले
ले किरणों का हार सखी री।

रूठा सजन मनाना है
हाथ में मेंहदी पांव महावर
ओढ़ ले लाल सुहाग की चूनर
हो जा तू तैयार सखी री।
पवन हिंडोला आना है।

तू नदियां है वो सागर है
शांति का घर प्रेम नगर है
जाना है उस पार सखी री
सागर बीच माना है। आगे पढ़ें

1 month ago

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