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आज का शब्द: प्रतिध्वनि और महादेवी वर्मा की रचना- तुम दुख बन इस पथ से आना!

आज का शब्द
                
                                                                                 
                            

'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- प्रतिध्वनि, जिसका अर्थ है- वह ध्वनि या शब्द जो अपनी उत्पत्ति के स्थान से चलकर कहीं टकराता हुआ लौटे और फिर वहीं सुनाई पड़े, गूँज। प्रस्तुत है महादेवी वर्मा की रचना- तुम दुख बन इस पथ से आना ! 



तुम दुख बन इस पथ से आना!

शूलों में नित मृदु पाटल-सा;
खिलने देना मेरा जीवन;

क्या हार बनेगा वह जिसने
सीखा न हृदय को बिंधवाना!

वह सौरभ हूँ मैं जो उड़कर
कलिका में लौट नहीं पाता,

पर कलिका के नाते ही प्रिय
जिसको जग ने सौरभ जाना!

नित जलता रहने दो तिल तिल,
अपनी ज्वाला में उर मेरा;

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2 months ago

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